बाहुबली MLA राजा भैया
प्रतापगढ़ के कंडा से निर्दलीय विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया के खिलाफ प्रतापगढ़ जिला प्रशासन ने लोकसभा चुनाव की वोटिंग के दौरान नजरबंद करने की कार्रवाई की थी. इस पर मंगलवार को राजा भैया ने न्यूज18 से खास बातचीत में कहा कि सत्ता पक्ष से जुड़े हुए तीनों विधायकों पर जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि हमने चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन लिया. सवाल ये खड़ा होता है कि मेरे ऊपर ऐसी कार्रवाई क्यों की गई? राजा भैया ने कहा कि प्रशासन को सत्ता पक्ष के विधायकों पर भी नजरबंद की कार्रवाई करनी चाहिए थी.
बता दें कि 6 मई को राजा भैया के अलावा आठ प्रभावशाली लोगों को नजरबंद करने का फैसला किया गया था. राजा भैया के साथ-साथ बाबागंज विधायक विनोद सरोज, सपा नेता गुलशन यादव, सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव पर भी यह एक्शन लिया गया था.
दरअसल, कौशांबी लोकसभा सीट के अंतर्गत प्रतापगढ़ जिले की दो विधानसभा सीटें बाबागंज और कुंडा आती हैं. कुंडा से राजा भैया विधायक हैं और यहां उनका खासा प्रभाव माना जाता है. यही वजह है कि इस बार राजा भैया ने शैलेंद्र कुमार के रूप में अपना प्रत्याशी यहां से उतारा है.
जबकि बीजेपी ने मौजूदा सांसद विनोद कुमार सोनकर को फिर से मौका दिया है. दूसरी तरफ सपा-बसपा गठबंधन में यह सीट सपा के खाते में गई है और पार्टी ने इंद्रजीत सरोज को प्रत्याशी बनाया है. हालांकि, इंद्रजीत सरोज पहले बसपा में ही थे. कांग्रेस ने गिरीश चंद्र पासी को टिकट दिया है.
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