होम /न्यूज /उत्तर प्रदेश /UP Election Result: राजा भैया लगातार 7वीं बार कुंडा से चुनाव जीत तो गए मगर 'बादशाहत' हो गई कम, जानें कैसे

UP Election Result: राजा भैया लगातार 7वीं बार कुंडा से चुनाव जीत तो गए मगर 'बादशाहत' हो गई कम, जानें कैसे

Pratpgarh News: कुंडा सीट से राजा भैया चुनाव जीत गए हैं.

Pratpgarh News: कुंडा सीट से राजा भैया चुनाव जीत गए हैं.

UP Assembly Election Result: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election Result 2022) में लगातार सातवीं बार जीत दर्ज कर कु ...अधिक पढ़ें

प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election Result 2022) में लगातार सातवीं बार जीत दर्ज कर कुंडा के राजा भैया (Raja Bhaiya) के नाम से मशहूर रघुराज प्रताप सिंह (RAGHURAJ PRATAP SINGH) ने बड़ा रिकॉर्ड कायम किया है. यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Chunav Parinam) में प्रतापगढ़ की कुंडा (Kunda Seat) सीट पर एक बार फिर से रघुराज प्रताप सिंह ने जीत दर्ज कर ली है. यूपी की सियासत में इस सीट की बड़ी चर्चा रहती है, क्योंकि कुंडा (Kunda assembly seat result) में केवल एक ही शख्स का राज चलता है और वह हैं राजा भैया. राजा भैया ने भले ही समाजवादी पार्टी के गुलशन यादव को हरा दिया हो, मगर इस बार उनकी सियासी बादशाहत कम हो गई है, क्योंकि इस बार उन्होंने डेढ़ लाख वोटों से जीतने का वादा किया था.

राजा भैया की सियासी बादशाहत इसलिए भी कम होती मानी जा रही है, क्योंकि इस बार कुंडा में काफी क्लोज फाइट यानी कांटे की टक्कर देखने को मिली. पिछली बार राजा भैया कुंडा सीट से करीब एक लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे, मगर इस बार यह अंतर काफी कम रहा. इस विधानसभा चुनाव में राजा भैया ने सपा के गुलशन यादव से करीब 25-30 हजार के वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. 2012 के विधानसभा चुनाव में भी राजा भैया के जीत का अंतर करीब 90 हजार था.

यूपी में साइकिल पर बुलडोजर भारी; CM योगी 1 लाख वोटों से जीते, जानें कौन आगे-कौन पीछे

बता दें कि रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया कुंडा विधानसभा सीट पर 1993 से लगातार जीतते आ रहे हैं. इस चुनाव में रघुराज प्रताप सिंह अपने जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के टिकट पर मैदान में थे. कुंडा विधानसभा शुरुआती साल में कांग्रेस का गढ़ रही. 1962 से लेकर 1989 तक लगातार पांच बार यहां कांग्रेस के नियाज हसन विधायक रहे. बीजेपी को यहां आखिरी जीत 1991 में मिली थी, तब शिव नारायण मिश्रा ने यहां भगवा झंडा लहराया था. उन्होंने कांग्रेस के नियाज हसन को मात दी थी. 1993 के बाद से राजा भैया सात बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. 2017 के चुनाव में निर्दलीय मैदान में उतरे राजा भैया ने बीजेपी के जानकी शरण को 103647 वोटों के बड़े अंतर से हराया था. इस चुनाव में राजा भैया को 136597 वोट मिले थे. वहीं, बीजेपी के जानकी शरण को केवल 32950 वोट मिल पाए थे.

सीएम योगी एक लाख वोटों से जीते, स्वामी प्रसाद मौर्य को मिली हार

इस चुनाव में किसे कितने फीसदी वोट मिले
पिछले चुनाव की तुलना में भाजपा को महज करीब दो से तीन फीसदी वोट शेयर का फायदा हुआ है. इस बार भाजपा को 42.4 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि सपा को फायदा हुआ है. सपा के वोट शेयर में बड़ा इजाफा हुआ है और यह आंकड़ा 31.6 पर चला गया है. बसपा को पिछली बार से भी अधिक नुकसान हुआ है, क्योंकि मायावती की पार्टी का वोट शेयर इस बार 12.7 फीसदी दर्ज किया गया है. इसी तरह कांग्रेस के वोट शेयर में भी गिरावट आई है और 2.43 फीसदी दर्ज किया गया है. इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस-बसपा के वोट शेयर गिरने से सपा को फायदा हुआ है.

Tags: Assembly elections, Uttar Pradesh Assembly Elections, Uttar Pradesh Elections

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें