रायबरेली. रायबरेली का स्वास्थ्य महकमा गाजियाबाद जैसी किसी बड़ी घटना का इंतज़ार कर रहा है. यहां 108 एंबुलेंस सेवा को मोटर ट्रेनिंग स्कूल की गाड़ी बना दिया गया. इस पर बच्चे गाड़ी चलाना सीख रहे हैं और कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है. मामला एक वायरल वीडियो के जरिए सामने आया है. वीडियो में जतुआ टप्पा सीएचसी परिसर के भीतर नाबालिग बच्चा 108 एंबुलेंस की गाड़ी से फर्राटे भर रहा है. खास बात यह कि वायरल वीडियो जतुआ टप्पा सीएचसी की पुरानी बिल्डिंग का है और यहां के सीएचसी अधीक्षक को जानकारी ही नहीं.
सीएचसी अधीक्षक को इस मामले में बचाने के लिए एंबुलेंस पायलट जैसी छोटी मछली को निपटाने की तैयारी कर ली गई है. हालांकि इस पूरे मामले में 108 एंबुलेंस सेवा संचालक और सीएचसी अधीक्षक की भूमिका संदिग्ध है, जिनके परिसर में बच्चा गाड़ी चलाना सीख रहा है. फिलहाल सीएमओ ने गोलमोल कार्रवाई कर दी है. इससे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अगले छह महीने में 10,000 पैरामेडिकल स्टाफ कर्मियों की नियुक्ति के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने मंगलवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं का प्रस्तुतीकरण देखने के बाद कहा था , ‘पैरामेडिकल स्टाफ स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ हैं.’
मुख्यमंत्री ने आगामी 100 दिनों के भीतर राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनधारियों को नकदरहित चिकित्सा सुविधा से लाभान्वित करने के आदेश दे दिए. उन्होंने कहा कि 108 एम्बुलेंस सेवा को और व्यवस्थित करने की जरूरत है. एम्बुलेंस के पहुंचने के समय और कम किया जाए. एम्बुलेंस सेवा के संचालन को और विकेंद्रीकरण करने पर विचार किया जाए. सीएम योगी ने कहा कि अगले 100 दिनों में कम से कम 800 नयी एम्बुलेंस अपने बेड़े में बढ़ाएं. एएलएस की संख्या को एक वर्ष में 250 से बढ़ाकर 375 और फिर आगे 500 तक करने के प्रयास हों.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: 108 ambulance, Ambulance Service, CM Yogi, Rae Bareli News