रिपोर्ट : सौरभ वर्मा
रायबरेली . केंद्र सरकार की गरीबों को अच्छे अस्पतालों में इलाज के लिए स्वास्थ सुविधाएं मुहैया करने के लिए आयुष्मान भारत योजना चलाई गई थी. लेकिन इस योजना का लाभ बहुत ही कम लोगों को मिल पा रहा है. इसके पीछे का कारण लोगों में जानकारी का अभाव एवं कर्मचारियों की लापरवाही है. इसी से जुड़ा मामला उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले से आया है. जिसे सुनकर स्वास्थ्य विभाग के दावों को समझा जा सकता है. यहां के एक आयुष्मान कार्ड धारक को केजीएमयू से बिना इलाज के वापस भेज दिया गया है. केंद्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना पर सरकार प्रचार-प्रसार के नाम पर भले करोड़ों रुपए बहा रही हो लेकिन इसके क्रियान्वयन में छेद ही छेद है.
मामला ऊंचाहार थाना इलाके से जुड़ा है. यहां खोजनपुर गांव के रहने वाले गरीब मजदूर मोहम्मद हारून अपने घर से कुछ दूर दावत खाने जा रहा था . रास्ते में रेलवे लाइन पार करते समय मालगाड़ी की चपेट में आ गया और इस दुर्घटना में उनके दोनो पैर कट गए. स्थानीय लोगों ने आनन-फानन उन्हें सीएचसी पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. ज़िला अस्पताल में प्रारंभिक इलाज के बाद लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया. ट्रामा सेंटर में मोहम्मद हारून आयुष्मान कार्ड धारक होने के बावजूद भर्ती होने की बाट जोहते रहे लेकिन कामयाबी नहीं मिली. तीन दिन तक बिना इलाज के केजीएमयू में पड़े रहे. अब मोहम्मद हारून वापस अपने गांव लौट आए है . गांव में बिना इलाज के घर पर नीम हकीमों के भरोसे अपनी मौत का इंतज़ार कर रहे हारून को समझ में नहीं आ रहा कि वह करें तो क्या करें.
घायल मोहम्मद हारून का नहीं हुआ इलाज
हादसे में घायल मोहम्मद हारून ने बताया कि पड़ोस के गांव में दावत खाने जा रहा था. तभी रेलवे क्रॉसिंग पार करते समय अचानक मालगाड़ी की चपेट में आने से मैं घायल हो गया जहां से मुझे सीएससी ऊंचाहार ले जाएगा. जिसके बाद डॉक्टरों ने जिला अस्पताल से मुझे केजीएमयू रेफर कर दिया गया . जहां मुझे 2 दिन तक भर्ती रखा लेकिन मेरा इलाज नहीं किया. जबकि मैंने आयुष्मान कार्ड भी दिखाया तब भी किसी ने नहीं सुना और वह बिना इलाज के ही अपने घर वापस लौट आए.उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार और प्रदेश सरकार गरीबों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाली एक महत्वाकांक्षी योजना है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी की लापरवाही के चलते सरकार की किरकिरी हो रही है.
मामले की होगी जांच
पूरे मामले पर न्यूज 18 लोकल को मुख्य चिकित्सा अधिकारी रायबरेली डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. टीम गठित कर जांच की जाएगी कि आखिर किस कारण आयुष्मान कार्ड धारक होने के बावजूद मरीज का इलाज नहीं हो सका है.
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