होम /न्यूज /उत्तर प्रदेश /Salon Assembly Seat Result LIVE: सलोन में भाजपा का झंडा बुलंद, अशोक कोरी ने दर्ज की जीत

Salon Assembly Seat Result LIVE: सलोन में भाजपा का झंडा बुलंद, अशोक कोरी ने दर्ज की जीत

ऊंचाहार विधानसभा चुनाव के परिणाम 2022

ऊंचाहार विधानसभा चुनाव के परिणाम 2022

Salon Assembly Seat Result LIVE: सलोन विधानसभा क्षेत्र (Salon Assembly Seat) अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. 2017 में ...अधिक पढ़ें

    रायबरेली. उत्तर प्रदेश का सलोन विधानसभा क्षेत्र (Salon Assembly Seat) अमेठी लोकसभा सीट का हिस्सा है. अमेठी को जिला घोषित करने के बाद सलोन को उसमें शामिल किया गया था. लेकिन भारी विरोध के चलते सरकार ने दोबारा सलोन को रायबरेली जिले में शामिल कर दिया. यह विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. 2017 में बीजेपी के दल बहादुर कोरी (BJP Dal bahadur kori) चुनाव जीते थे. लेकिन पिछले साल कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच उनका निधन हो गया था. इस बार बीजेपी के सामने अपनी सीट बचाने की चुनौती है. भाजपा ने उनके बेटे अशोक कोरी को मैदान में उतारा था जिन्होंने जीत हासिल कर ली है. समाज पार्टी ने स्वाति सिंह (BSP Svati Singh), समाजवादी पार्टी ने जगदीश प्रसाद (SP jagdish prasad), कांग्रेस से अर्जुन कुमार (Cong Arjun kumar) किस्मत आजमा रहे हैं.

    इस सीट पर 27 फरवरी को वोटिंग हुई थी और अब इस सीट में भाजपा के अशोक कोरी बीजेपी का झंडा लहरा रहे हैं.

    इसे भी पढ़ेंः Harchandpur Assembly Seat: बीजेपी के राकेश सिंह क्या कांग्रेस के गढ़ में खिला पाएंगे कमल?

    2017 में सलोन (सुरक्षित) से भारतीय जनता पार्टी से दल बहादुर ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सुरेश चौधरी को 16 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. अगर 2012 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां सपा की आशा किशोर ने जीत दर्ज की थी.2012 और 2017 दोनों चुनाव में कांग्रेस पार्टी यहां पर दूसरे स्थान पर रही है. इस सीट पर कांग्रेस का लंबे समय तक दबदबा रहा है.

    इसे भी पढ़ेंः Rae Bareli Assembly Seat Result Live: रायबरेली विधानसभा सीट पर क्या इस बार खिल पाएगा ‘कमल’ या ‘हाथ’ फिर रोकेगा रास्ता

    इस सीट पर शिवबालक पासी 1980, 1985, 1989 और 1991 में लगातार चार बार विधायक चुने गए. इसके बाद 1993 और 1996 में दल बहादुर कोरी भाजपा (BJP) के टिकट पर विधायक बने. लेकिन अब यह दोनों इस दुनिया में नहीं है.

    इस इलाके में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के वोटरों के अलावा ब्राह्मण और राजपूत वोटरों की बड़ी संख्या है. ऐसे में किसी भी पार्टी की जीत-हार में यह वोटर निर्णायक भूमिका निभाएंगे.

    Tags: Assembly elections, Uttar Pradesh Elections

    टॉप स्टोरीज
    अधिक पढ़ें