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रामपुर: बालाजी शोभायात्रा पर मुस्लिमों ने बरसाए फूल, हिंदुओं ने मस्जिदों के सामने कम कर दी आवाज़

रामपुर में बालाजी शोभायात्रा के दौरान हिन्दू-मुस्लिमों के बीच भाईचारे और एकता की मिसाल देखने को मिली. (फोटो- News18)

रामपुर में बालाजी शोभायात्रा के दौरान हिन्दू-मुस्लिमों के बीच भाईचारे और एकता की मिसाल देखने को मिली. (फोटो- News18)

रामपुर में हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में निकाली गई बालाजी शोभायात्रा पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाये और लोगों स ...अधिक पढ़ें

रामपुर. एक तरफ जहां दिल्ली के जहांगीर पूरी में शोभायात्रा के दौरान दो पक्षों में टकराव दिखा तो वहीं रामपुर में बालाजी शोभायात्रा के दौरान हिन्दू-मुस्लिमों के बीच भाईचारे और एकता की मिसाल देखने को मिली. हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में निकाली गई बालाजी शोभायात्रा पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाये और लोगों से गले मिले, तो वहीं हिन्दू समुदाय के लोगों ने भी एकता और भाईचारे की मिसाल पैदा करते हुए मस्जिद के सामने आवाजें कम की और मुस्लिम भाइयों को गले लगाया.

इस समय रमज़ान का पवित्र महीने चल रहा है. वहीं हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में जगह-जगह शोभायात्रा भी निकाली जा रही है. रामपुर एसपी अशोक कुमार ने शोभायात्रा के दौरान प्रदेश में कई जगह के तनाव को देखते हुए सभी सीओ और थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि सभी अपने अपने थाना क्षेत्रों में हर समुदाय के लोगों के साथ मीटिंग करें और उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से अपने अपने त्योहार मनाने को कहें, जिससे ज़िले में शांति बनी रहे और उन्होंने यह भी सख्त निर्देश दिए कि अगर कोई कानून का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.

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रामपुर पुलिस की कोशिश रंगलाई और ज़िले में हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे और एकता की मिसाल कायम हुई. एसपी शोक कुमार ने बताया कि रामपुर हनुमानजी की विशाल शोभायात्रा थी. रास्ते में कई सारी मस्जिदें, मंदिर और सिखों के गुरुद्वारे पड़ते हैं. लोगों ने बड़ा दिल दिखाते हुए हनुमान जी के जयकारें लगाए और मस्जिदों से लोगों ने फूल बरसाकर दुप्पटे ओढ़ाए. उन्होंने एक अच्छी मिसाल पेश की तो इन लोंगो ने भी मस्जिदों के पास अपनी आवाजें कम कर ली और एक-दूसरे के गले मिले, एक दूसरे का इस्तकबाल किया.

वह कहते हैं, ‘स्थानीय लोगों के द्वारा यह एक अच्छा उदाहरण पेश किया गया. हम सब इसका स्वागत करते हैं. सबको इसका पालन करना चाहिए. मैं समझता हूं कि आगे चलकर एक अच्छा सौहार्द पेश होगा.’

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