रामपुर के डीएम आंजनेय कुमार सिंह (File Photo)
रामपुर. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रामपुर (Rampur) में ज़िला प्रशासन और पुलिस (Police) की जमकर किरकिरी हो रही है. जमीन विवाद मामले में पांच साल के नर्सरी के छात्र को शांतिभंग में नामजद करने की चर्चा पूरे जिले में हो रही है. लोग सवाल भी पूछ रहे हैं कि आखिर पुलिस को 5 साल के मासूम से खतरा कैसे है? अब इस मामले में डीएम आंजनेय कुमार सिंह लापरवाह पुलिस वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की है. दरअसल, पुलिस की आख्या के बाद सिटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने मासूम बालक के खिलाफ शांतिभंग की धाराओं 107 और 116 में नोटिस जारी किया है.
News 18 ने जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी एक व्यक्ति एक बच्चे को लेकर आया था. उसका नाम जैद बताया गया है. यह कहा गया है कि सिटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट से इस बच्चे के खिलाफ 107, 116 के नोटिस जारी हो गए हैं. मैंने अभी इस मामले को देखा है. इस प्रकरण की जांच कर रहा हूं. पुलिस अधीक्षक को भी इस मामले के बारे में बताया गया है. इस मामले की जांच की जाएगी. जिस किसी की भी इसमें लापरवाही होगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जमीन विवाद में शांतिभंग की कार्रवाई और बच्चे को किया नामजद
मामला शहर कोतवाली क्षेत्र का है. मोहल्ला राजद्वारा निवासी जमीर अहमद का अपनी पुश्तैनी जमीन को लेकर कुछ विवाद था, जिसमें पुलिस ने शांतिभंग की कार्रवाई करते हुए 3 लोगों को नामजद किया. इस कार्रवाई में जमीर अहमद के 5 साल के बेटे ज़ैद और एक अन्य व्यक्ति के ख़िलाफ़ भी शांतिभंग होने का खतरा बताया था. पुलिस की इस कार्रवाई से उसकी कार्यशैली पर सवालिया निशान उठ रहे हैं.
लोगों का कहना है कि इस बच्चे से किसी को क्या खतरा हो सकता है? लेकिन रामपुर पुलिस को 5 साल के बच्चे से खतरा है इसलिए इस मासूम बालक को भी अपराधी की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है. 5 साल के मासूम बच्चे के पिता जमीर अहमद ने बताया कि हम आज पेशी में आए हैं. उनका बच्चा नर्सरी में पढ़ता है.
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