महाराणा प्रताप की जयंती के मौके पर एक बार फिर सहारनपुर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. बुधवार को भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की गोली लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. जिसके बाद से ही इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है.
फिलहाल पुलिस और जिला प्रशासन के सामने कानून-व्यवस्था बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती बन गई है. मौके पर पीएसी और भारी फोर्स तैनात कर दी गई है. सचिन वालिया को महाराणा प्रताप जयंती स्थल से कुछ ही दूरी पर गोली लगी. जिसके बाद उन्हें तुरंत जिला हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हालांकि, गोली कैसे लगी या किसने मारी इसका पता अभी नहीं चल सका है. सचिन वालिया के परिजनों का कहना है कि उसकी गोली मारकर हत्या की गई है.
जिला अस्पताल क बाहर सचिन के भाई और परिजनों ने जमकर हंगामा किया. उनका आरोप था कि सचिन को प्रशासन ने मरवाया है. इसके बाद परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने का भी विरोध किया. जिसके बाद पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा. सचिन के परिजनों का कहना था कि महाराणा प्रताप की जयंती न मनाने की चेतावनी दी गई थी. फिर भी प्रशासन ने इसकी अनुमति दी. भाई के मुताबिक सचिन नाश्ता लेने के लिए बाहर निकला था तभी किसी ने गोली मार दी. हालांकि, किसने गोली मारी वह उसका चेहरा नहीं देख सका.
बता दें महाराणा प्रताप जयंती को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट पर था. महाराणा प्रताप भवन पर 800 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे. 200 लोगों को जयंती मानाने की प्रशासन ने सशर्त प्रशासन दी थी. जबकि भीम आर्मी ने जयंती न मनाने की चेतावनी भी दी थी. बावजूद इसके इस हत्या को अंजाम दिया गया.
गौरतलब है कि पिछले साल आज ही के दिन सहारनपुर में जातीय हिंसा भड़की थी. फिलहाल, हिंसा भड़कने की आशंका को देखते हुए थाना सदर बाजार का मल्हीपुर रोड को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
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FIRST PUBLISHED : May 09, 2018, 13:21 IST