होम /न्यूज /उत्तर प्रदेश /Saharanpur News: बेमौसम बरसात ने खोली सहारनपुर स्मार्ट सिटी के दावों की पोल, देखें Video

Saharanpur News: बेमौसम बरसात ने खोली सहारनपुर स्मार्ट सिटी के दावों की पोल, देखें Video

X
सहारनपुर

सहारनपुर हुआ जलमग्न.

महानगर में गत 2 दिनों तक हुई बरसात के कारण जलभराव हो गया है. बारिश के कारण स्मार्ट सिटी में जगह-जगह जलभराव हो गया है. न ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट – निखिल त्यागी

सहारनपुर. केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी योजना में शामिल सहारनपुर जनपद मेंहर और विकास कार्य चल रहे हैं. सड़क, पानी, बिजली, नाले, सीवरेज और साफ-सफाई आदि को लेकर नगर निगम युद्ध स्तर पर काम कर रहा है. लेकिन दूसरी ओर महानगर में गत 2 दिनों तक बरसात के कारण हुए जलभराव ने नगर निगम के दावों की पोल खोल दी है. बारिश के कारण स्मार्ट सिटी में जगह-जगह जलभराव हो गया.

नक्खास बाजार में नाले की सफाई ना होने के कारण दुकानों और मकानों में गंदा पानी भर गया, जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को उठाना पड़ा. दुकानदारों और कॉलोनी वासियों ने नगर निगम के कर्मचारियों पर सही से काम न करने का आरोप लगाया और हाउस टैक्स व अन्य टेक्स के बाद भी प्रति माह दुकानदारों से 100 रु लेने का भी आरोप लगाया. जलभराव से परेशान लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों से नालों की सफाई ढंग से कराए जाने की मांग की.

निगम की ओर से बरती गई लापरवाही

शहरवासी जलालुद्दीन सैफी ने बताया कि नगर निगम के सफाई कर्मचारी नक्खास बाजार में दुकानों के सामने से निकलने वाले नाले की अच्छे से सफाई नहीं कर पाते. नाले में कचरा और पॉलिथीन भरी हुई हैं. उन्होंने बताया कि बारिश के कारण नालों में कचरा भरे होने की वजह से गंदा पानी उनकी दुकानों में भर गया. जिसके कारण दुकानदारों का हजारों रुपए का नुकसान हो गया. उन्होंने नगर निगम के सफाई कर्मचारियों पर सफाई के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. नगर निगम की उदासीनता व सफाई कर्मचारियों की लापरवाही पर दुकानदारों में भारी रोष देखा गया.

गृह कर व पानी टैक्स के अलावा भी ₹100 महीना लेते हैं कर्मचारी

जलालुद्दीन ने बताया कि नगर निगम में वह हाउस, टैक्स पानी का टैक्स नियमानुसार जमा कराते हैं. दुकान पर आने वाला नगर निगम का बिल भी वह अदा करते रहते हैं. उसके बावजूद भी सफाई कर्मचारी इन सभी करो के अतिरिक्त 100 रु प्रति माह दुकानदारों से वसूल करते हैं. उन्होंने बताया कि यह 100 रु सफाई कर्मचारी नालों की सफाई करने के रूप में लेते हैं, जबकि यह नियम विरुद्ध है. इस बात को लेकर भी दुकानदारों में भारी गुस्सा है. जलालुद्दीन के अनुसार नगर निगम द्वारा लिया जाने वाला टैक्स प्रत्येक नागरिक के सुविधाओं के लिए होता है. फिर सफाई कर्मचारियों द्वारा अतिरिक्त 100 रु लेने का क्या औचित्य बैठता है.

वर्षों पुरानी समस्या का नहीं हुआ कभी समाधान

मोहम्मद रहमान व मोहम्मद खालिद ने बताया कि नक्खास बाजार से निकलने वाला यह नाला हमेशा से ही दुकानदारों के लिए परेशानी रहा है. उन्होंने बताया कि कभी भी बरसात होगी, तो यहां पर दुकानदारों का नुकसान अवश्य होता है. खालिद ने बताया कि वर्षों पुरानी इस समस्या का आज तक कोई समाधान नहीं हो पाया है. नगर निगम केवल समस्या के समाधान के लिए आश्वासन देता है. जनप्रतिनिधि भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे पाए. उन्होंने बताया कि सफाई कर्मी सफाई के नाम पर केवल औपचारिकता करते हैं. बीचो-बीच निकलने वाले यह नाला हमेशा कचरे से भरा हुआ ही रहता है. सफाई कर्मी ऊपरी तौर पर सफाई करने का दिखावा करते हैं. उन्होंने कहा कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी नगर निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधि नक्खास बाजार के दुकानदारों की इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं कर पाए.

Tags: Latest hindi news, Saharanpur news, UP news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें