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सबकुछ फर्जी था सिद्धार्थनगर के इस अस्पताल में, बच्चे की मौत के बाद हुआ खुलासा, दो गिरफ्तार, कथित डॉक्टर फरार

सिद्धार्थनगर के बांसी कस्बे में चल रहे लाइफ केयर सेंटर के फर्जी तरीके से संचालित होने का खुलासा स्थानीय पुलिस ने किया है.

सिद्धार्थनगर के बांसी कस्बे में चल रहे लाइफ केयर सेंटर के फर्जी तरीके से संचालित होने का खुलासा स्थानीय पुलिस ने किया है.

UP fake hospital: सिद्धार्थनगर जिले के बांसी कस्बे में चल रहे लाइफ केयर सेंटर जच्चा बच्चा केयर के फर्जी तरीके से संचालि ...अधिक पढ़ें

शरद त्रिपाठी

सिद्धार्थनगर. सिद्धार्थनगर जिले में फर्जी अस्पताल (Siddharthnagar fake hospital) चला रहे प्रबंधक और मैनेजिंग डायरेक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस कार्रवाई में फर्जी डॉक्टर को पुलिस तलाश कर रही है. मामला बांसी कोतवाली क्षेत्र के बांसी कस्बे का है. बांसी कोतवाली क्षेत्र के बांसी कस्बे में चल रहे लाइफ केयर सेंटर जच्चा बच्चा केयर के फर्जी तरीके से संचालित होने का खुलासा स्थानीय पुलिस ने किया है. 15 जनवरी 2022 को अजीत निषाद नाम के एक व्यक्ति ने तहरीर देकर इस अस्पताल में अपने नवजात शिशु के इलाज के दौरान मौत की शिकायत की थी. उसने अस्पताल में बिना डिग्री का स्टाफ होने का आरोप लगाया था.

अजीत निषाद ने लाइफ केयर सेंटर एवं जच्चा बच्चा सेंटर के स्टाफ पर यह आरोप लगाया कि वहां पर उसके बच्चे का इलाज ठीक तरीके से नहीं किया गया. इस अस्पताल में मरीजों को देखने वाले डॉक्टरों के पास कोई भी डिग्री नहीं है, जिसकी वजह से सही इलाज ना होने से उसके बच्चे की मृत्यु हो गई.

बांसी पुलिस ने इस तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए मामले की छानबीन शुरू की और इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय से मदद लेते हुए जब अस्पताल के अभिलेखों और वहां बैठने वाले डॉक्टरों की डिग्री की जांच की गई तो उसकी पोल खुल गई. ना तो अस्पताल ही रजिस्टर्ड मिला और वहां बैठने वाले चिकित्सक की डिग्री भी फर्जी निकली.

मामला प्रकाश में आने पर पुलिस ने लाइफ केयर जच्चा-बच्चा सेंटर के मालिक हरिओम त्रिपाठी और इस के मैनेजिंग डायरेक्टर बृज भूषण पांडे को गिरफ्तार कर समुचित धाराओं में जेल भेज दिया, जबकि यहां बैठने वाले डॉ प्रभात कुमार मिश्रा को पुलिस तलाश कर रही है. इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि फर्जी अस्पताल संचालकों के इस गिरोह का भंडाफोड़ पुलिस द्वारा किया गया है, जिसमें दो लोगों को जेल भेजते हुए फर्जी चिकित्सक की तलाश की जा रही है. जल्द ही वह भी पुलिस की गिरफ्त में होगा.

अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तफ्तीश में यह मामला भी प्रकाश में आया है कि पकड़े गए इस गैंग द्वारा जनपद के इटवा और बलरामपुर जनपद में भी फर्जी अस्पताल संचालित किया जा रहा है. जल्द ही इन अस्पतालों के खिलाफ भी कार्रवाई कर इन्हें सील किया जाएगा.

Tags: Siddharthnagar News, UP police, Uttar pradesh news

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