Sonbhadra News: नसबंदी कराने आई महिला को घर जाने के लिए गिरवी रखनी पड़ी चेन, जानिए क्या है पूरा मामला

सोनभद्र में एंबुलेंस के नाम पर मरीजों से उगाही का मामला सामने आया है. (सांकेतिक तस्वीर)
Sonbhadra News: नसबंदी के बाद 108 नंबर एम्बुलेंस के ड्राइवर ने महिला लाभार्थी को घर पहुंचाने के एवज में रुपयों की मांग की, लेकिन उस वक्त महिला के पास पैसे नहीं थे.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: January 28, 2021, 2:33 PM IST
रंगेश सिंह
सोनभद्र. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में घोरावल कोतवाली क्षेत्र में स्थित स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की शर्मनाक तस्वीर उस वक्त सामने आई, जब मंगलवार को शिविर में नसबंदी के बाद 108 नंबर एम्बुलेंस ड्राइवर (108 Ambulance Driver) ने महिला लाभार्थी को घर पहुंचाने के एवज में रुपयों की मांग की. महिला के पास पैसे नहीं थे, पर एंबुलेंस ड्राइवर नहीं माना. आखिरकार महिला को अपनी चांदी की चेन गिरवी रखकर निजी भाड़े पर पिकअप लेकर घर जाना पड़ा. इस दौरान करीब 8 घंटे तक महिला सीएचसी के बाहर जमीन पर पड़ी रही.
कोलाडीह ग्राम निवासी लहरी पुत्र डंगर ने बताया कि उनकी बहू सितारा देवी पत्नी बृजेश का नसबंदी कराना था. मंगलवार भोर में नसबंदी के बाद उन्हें एंबुलेंस से जाने के लिए आईडी भी जारी कर दिया गया. इसके बाद जब एम्बुलेंस से घर जाने के लिए ड्राइवर के पास पहुंचे तो आरोप है कि उसने ले जाने के लिए 500 रुपए मांगे. परिजनों ने 300 रुपये देने की बात कही, लेकिन चालक तैयार नहीं हुआ.
इसके बाद सितारा देवी ने अपना चांदी की चेन घोरावल नगर में किसी सुनार की दुकान पर गिरवी रखकर 1500 रुपए लिए. फिर परिजनों ने एक पिकअप गाड़ी किराए पर ली और घर के लिए निकले. वहीं, एक दूसरी घटना में कुसुम्हा निवासी चंद्रभान सिंह ने एम्बुलेंस चालक पर नसबंदी कराने वाली महिलाओं को घर पहुंचाने की एवज में 200-200 रुपए और अस्पताल परिसर में रहने वाले एक स्वास्थ्यकर्मी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया है.इस सम्बंध में सीएमओ डॉ. नेम सिंह ने फोन पर बताया कि इस तरह की घटना बेहद दुःखद है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना क्षम्य नहीं है. घोरावल का प्रकरण संज्ञान में आते ही कार्रवाई कर दी गयी है और दोषी ड्राइवर को लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है.
बता दें कि नसबंदी के दौरान धन उगाही का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी सीएचसी चोपन में नसबंदी कराने आयी कई लाभार्थी महिलाओं से पैसे की वसूली की गई थी. जिसमें अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
सोनभद्र. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में घोरावल कोतवाली क्षेत्र में स्थित स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की शर्मनाक तस्वीर उस वक्त सामने आई, जब मंगलवार को शिविर में नसबंदी के बाद 108 नंबर एम्बुलेंस ड्राइवर (108 Ambulance Driver) ने महिला लाभार्थी को घर पहुंचाने के एवज में रुपयों की मांग की. महिला के पास पैसे नहीं थे, पर एंबुलेंस ड्राइवर नहीं माना. आखिरकार महिला को अपनी चांदी की चेन गिरवी रखकर निजी भाड़े पर पिकअप लेकर घर जाना पड़ा. इस दौरान करीब 8 घंटे तक महिला सीएचसी के बाहर जमीन पर पड़ी रही.
कोलाडीह ग्राम निवासी लहरी पुत्र डंगर ने बताया कि उनकी बहू सितारा देवी पत्नी बृजेश का नसबंदी कराना था. मंगलवार भोर में नसबंदी के बाद उन्हें एंबुलेंस से जाने के लिए आईडी भी जारी कर दिया गया. इसके बाद जब एम्बुलेंस से घर जाने के लिए ड्राइवर के पास पहुंचे तो आरोप है कि उसने ले जाने के लिए 500 रुपए मांगे. परिजनों ने 300 रुपये देने की बात कही, लेकिन चालक तैयार नहीं हुआ.
इसके बाद सितारा देवी ने अपना चांदी की चेन घोरावल नगर में किसी सुनार की दुकान पर गिरवी रखकर 1500 रुपए लिए. फिर परिजनों ने एक पिकअप गाड़ी किराए पर ली और घर के लिए निकले. वहीं, एक दूसरी घटना में कुसुम्हा निवासी चंद्रभान सिंह ने एम्बुलेंस चालक पर नसबंदी कराने वाली महिलाओं को घर पहुंचाने की एवज में 200-200 रुपए और अस्पताल परिसर में रहने वाले एक स्वास्थ्यकर्मी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया है.इस सम्बंध में सीएमओ डॉ. नेम सिंह ने फोन पर बताया कि इस तरह की घटना बेहद दुःखद है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना क्षम्य नहीं है. घोरावल का प्रकरण संज्ञान में आते ही कार्रवाई कर दी गयी है और दोषी ड्राइवर को लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है.
बता दें कि नसबंदी के दौरान धन उगाही का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी सीएचसी चोपन में नसबंदी कराने आयी कई लाभार्थी महिलाओं से पैसे की वसूली की गई थी. जिसमें अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.