उन्नाव रेप केस: आरोपी MLA की मुश्किलें बढ़ीं, 3 लोगों के खिलाफ दाखिल हुई चार्जशीट

आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर
बताया जा रहा है कि यह चार्जशीट 11 जून 2017 को हुए गैंगरेप की घटना की जांच को लेकर दाखिल किया गया है. उस वक्त पीड़िता नाबालिग थी.
- News18Hindi
- Last Updated: October 3, 2019, 9:55 PM IST
दिल्ली. उन्नाव रेप मामले (Unnao Rape Case) में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (MLA Kuldeep Singh Sengar) की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं. सीबीआई (CBI) ने गैंगरेप के एक दूसरे मामले में एक और चार्जशीट (Charge Sheet) दाखिल की है. इस चार्जशीट में कुलदीप सिंह सेंगर की करीबी शशि सिंह के बेटे शुभम सिंह का भी नाम शामिल है. सीबीआई ने पीड़िता से गैंगरेप के मामले में तीस हजारी कोर्ट में एक और चार्जशीट दाखिल की है. बताया जा रहा है कि यह चार्जशीट 11 जून 2017 को हुए गैंगरेप की घटना की जांच को लेकर दाखिल की गयी है. उस वक्त पीड़िता नाबालिग थी.
सीबीआई ने दाखिल चार्जशीट में नरेश तिवारी, ब्रजेश यादव और शुभम सिंह के नाम बतौर आरोपी शामिल किए हैं. फिलहाल यह तीनों आरोपी जमानत पर बाहर हैं. चार्जशीट के अनुसार तीनों ने 4 जून की घटना के एक सप्ताह बाद कथित रूप से पीड़िता का अपहरण और सामूहिक बलात्कार किया था. तीस हजारी कोर्ट 10 अक्टूबर को मामले की सुनवाई करेगा.
बता दें कि उन्नाव के बांगरमऊ विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए कुलदीप सिंह सेंगर पर वर्ष 2017 में नाबालिग लड़की ने रेप का आरोप लगाया था. पीड़ित लड़की के मुताबिक न सिर्फ विधायक बल्कि उनके आदमियों ने भी उससे रेप किया था.
कौन हैं कुलदीप सिंह सेंगर?मूल रूप से फतेहपुर के रहने वाले कुलदीप सिंह सेंगर की माखी गांव में तूती बोलती है. उन्नाव के माखी थाना क्षेत्र के सराय थोक पर उनका ननिहाल है. वो यहीं आकर बस गए. कुलदीप सेंगर ने यूथ कांग्रेस से अपनी राजनीति की शुरूआत की थी. वो उन्नाव के अलग-अलग विधानसभा सीटों से लगातार 4 बार जीतकर विधायक निर्वाचित हुए हैं.
सेंगर वर्ष 2002 में भगवंतनगर से बीएसपी के टिकट पर सबसे पहली बार विधायक बने. इसके बाद 2007 और 2012 में वो सपा के टिकट पर चुने गए. जबकि वर्ष 2017 में वो उन्नाव जिले के बांगरमऊ से बीजेपी के टिकट पर चुनकर विधानसभा पहुंचे.
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सीबीआई ने दाखिल चार्जशीट में नरेश तिवारी, ब्रजेश यादव और शुभम सिंह के नाम बतौर आरोपी शामिल किए हैं. फिलहाल यह तीनों आरोपी जमानत पर बाहर हैं. चार्जशीट के अनुसार तीनों ने 4 जून की घटना के एक सप्ताह बाद कथित रूप से पीड़िता का अपहरण और सामूहिक बलात्कार किया था. तीस हजारी कोर्ट 10 अक्टूबर को मामले की सुनवाई करेगा.
बता दें कि उन्नाव के बांगरमऊ विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए कुलदीप सिंह सेंगर पर वर्ष 2017 में नाबालिग लड़की ने रेप का आरोप लगाया था. पीड़ित लड़की के मुताबिक न सिर्फ विधायक बल्कि उनके आदमियों ने भी उससे रेप किया था.
कौन हैं कुलदीप सिंह सेंगर?मूल रूप से फतेहपुर के रहने वाले कुलदीप सिंह सेंगर की माखी गांव में तूती बोलती है. उन्नाव के माखी थाना क्षेत्र के सराय थोक पर उनका ननिहाल है. वो यहीं आकर बस गए. कुलदीप सेंगर ने यूथ कांग्रेस से अपनी राजनीति की शुरूआत की थी. वो उन्नाव के अलग-अलग विधानसभा सीटों से लगातार 4 बार जीतकर विधायक निर्वाचित हुए हैं.
सेंगर वर्ष 2002 में भगवंतनगर से बीएसपी के टिकट पर सबसे पहली बार विधायक बने. इसके बाद 2007 और 2012 में वो सपा के टिकट पर चुने गए. जबकि वर्ष 2017 में वो उन्नाव जिले के बांगरमऊ से बीजेपी के टिकट पर चुनकर विधानसभा पहुंचे.
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