UP CM Yogi Adityanath Interview: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज18 इंडिया के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि रामचरितमानस की प्रतियां जलाने वालों को इस पवित्र ग्रंथ की समझ नहीं है. वे बुद्धिहीन हैं. रामचरितमानस में निषाद राज का भी चित्रण है और माता शबरी का भी. यह समाज को जोड़ने वाला पवित्र और सम्मानित ग्रंथ है.
लखनऊ: साल 2023 का सबसे धमाकेदार इंटरव्यू में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की अर्थनीति और 2024 की रणनीति को लेकर News18 इंडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने के Network18 के एडिटर इन-चीफ राहुल जोशी के साथ विशेष बातचीत में वन ट्रिलियन इकॉनोमी के लक्ष्य पर कहा कि गत 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने तेज गति से विकास किया है. यूपी में इंफ्रास्ट्रक्चर है, एक्सप्रेसवे के जरिए अच्छी कनेक्टिविटी है, नए एयरपोर्ट हैं, लैंडलॉक राज्य से अब हमा जलमार्ग वाले राज्य बन चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है. इसे हासिल करना है, तो उत्तर प्रदेश को इसमें एक बड़ी भूमिका निभानी होगी. हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था की धारणा बदली है, इसे सभी स्वीकार करते हैं. हम सभी की प्रेरणा पीएम मोदी से है. हम दूसरे राज्यों की नीतियों का अध्ययन कर रहे हैं और अपनी नीति तैयार कर रहे हैं. हम 4 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतारेंगे. हम 10 फरवरी को घोषणा करेंगे कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 के जरिए हम कितना निवेश ला पाएंगे और कितनी नौकरियां पैदा करेंगे.
अधिक पढ़ें ...मुसलमानों से अपने रिश्ते और उन्हें अपने साथ जोड़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, किसी को अपने साथ जोड़ने के लिए जाति, मत और मजहब को ध्यान में रखकर काम नहीं होता. शासन की योजनाओं का लाभ देकर सबको साथ लेने का काम हम कर रहे हैं. जाति, मत, मजहब के आधार पर सरकार किसी के साथ भेदभाव नहीं करती. सरकार की योजनाएं सबके लिए हैं. उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था अच्छी हुई है, सारे त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जा रहे हैं. अगर हिंदू के त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जा रहे हैं तो मुसलमानों के भी त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जा रहे हैं. सब की बेटियां सुरक्षित हैं. उनको एहसास हो रहा है की सुरक्षा और सुशासन का लाभ आगे कैसे मिल सकता है. यह जोड़ने का सबसे अच्छा माध्यम है.
धर्मांतरण के मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि व्यक्ति को अपने अनुसार अपनी उपासना विधि चुनने का अधिकार है. इसमें किसी प्रकार का कोई बंधन भी नहीं है. लेकिन लोगों को लालच देकर और छल-कपट से उनका मतांतरण करने का किसी को अधिकार नहीं है. रिलीजियस डेमोग्राफी एक सच्चाई है, इसे भी हमें स्वीकार करना होगा. यह सच्चाई नहीं होती तो 1947 में देश का दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन भी नहीं होता. अवैध धर्मांतरण को लेकर हमारे यहां ऑलरेडी एक्ट बन चुका. हम 2020 में एक्ट बना चुके हैं. उत्तर प्रदेश सरकार उसे लागू भी कर चुकी है. दोषियों को सजा भी हो रही है.
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य कब तक पूरा हो जाएगा और रामलला गर्भगृह में कब विराजेंगे…
क्या 1 जनवरी 2024 के बाद श्रद्धालु नए मंदिर में रामलला के दर्शन करेंगे? इस सवाल के जवाब में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज18 इंडिया से खास बातचीत में कहा कि मंदिर निर्माण समय बद्ध तरीके से आगे बढ़ रहा है. कार्य समय से पूरा होगा. रामलला समय से अपने मंदिर में विराजमान भी होंगे. यह देश के लिए, दुनिया के लिए एक बहुत गौरव का दिन होगा जिस दिन रामलला सैकड़ों वर्षों के बाद अपने मंदिर में विराजमान होंगे.
बॉयकॉट कल्चर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी कलाकार, साहित्यकार या विशिष्ट प्रतिभा वालों का सम्मान होना चाहिए और हम करते भी हैं. उत्तर प्रदेश की अपनी फिल्म पॉलिसी है, राज्य में फिल्मों की शूटिंग पहले से ज्यादा हो रही है. फिल्म डायरेक्टर को भी यह ध्यान रखना होगा कि लोगों की भावनाएं आहत न हों. भूलवश कोई गलती होती है तो उसकी अलग बात है, लेकिन जानबूझकर कोई इस प्रकार की सीन न दें जो विवाद को जन्म दे और जन भावनाओं को आहत करता हो.
अयोध्या में राम मंदिर और काशी, मथुरा पर भाजपा का स्टैंड क्या रहेगा? इस सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी में काशी विश्वनाथ धाम बन गया है. आज काशी पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. प्रधानमंत्री मोदी जी खुद संसद में काशी का प्रतिनिधित्व करते हैं. मथुरा में ब्रज तीर्थ विकास परिषद विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा रही है. वहां के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण करते हुए उसके भौतिक विकास के लिए सरकार काम कर रही है. हम विंध्य कॉरिडोर भी बना रहे हैं, नैमीशारण्य में भी विकास हो रहा है. सभी काम अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहे हैं. जन भावनाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है.
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में पूछे जाने पर यूपी के मुख्यमुंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 1947 से क्या कर रहे हैं. इस देश में जाति के आधार पर, मत और मजहब के आधार पर, क्षेत्र और भाषा के आधार पर विभाजन तो कांग्रेस की ही देन है. तो जो उन्हें विरासत में मिला है, वही तो देश को दे रहे हैं. ये वही कर रहे हैं. राहुल जी अपनी नकारात्मकता को छोड़ते न, तो उसका लाभ कांग्रेस को मिलता. लेकिन उनकी नकारात्मकता उनके सारे प्रयासों पर पानी फेर देती है. किसी भी कार्यक्रम में भीड़ की उपस्थिति से उसकी सफलता का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. आम आदमी ने उसे किस तरह लिया है और उसका कॉमन मैन पर क्या प्रभाव पड़ा है…किसी कार्यक्रम की सफलता इस बात पर निर्भर करती है. हर दल अपना कार्यक्रम करने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन उन्हें देश का यह भी बताना चाहिए कि उसका उद्देश्य है क्या.
बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी जाति सर्वेक्षण के बारे में पूछे गए सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कास्ट सेंसस राज्य सरकारों का विषय नहीं है. यह केंद्र सरकार के क्षेत्राधिकार में आता है. केंद्र सरकार और जनगणना आयोग इस बारे में जो भी निर्णय लेंगे, उत्तर प्रदेश सरकार भी उसको फॉलो करेगी.
भाजपा ने 2014 में यूपी में 71 सीटें जीती थीं, 2019 में 61 सीटें…2024 में आप कितनी सीटें देंगे भाजपा को? इसके जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2024 में बीजेपी यहां 2019 से ज्यादा सीटें पाएगी और बेहतर परिणाम लेकर आएगी. विपक्षी दलों की एकजुटता पर उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में यह प्रयोग भी हो चुका है.
रामचरितमानस को लेकर खड़ा किया गया विवाद क्या दलितों और पिछड़ों को अपने साथ लाने की विपक्ष की रणनीति का हिस्सा है? इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता बहुत विभाजन झेल चुकी है और विभाजन के कारण पहचान का संकट भी झेल चुकी है. यूपी की जनता ने बार-बार इन विभाजनकारी तत्वों को ठुकराया है. 2014 में ठुकराया, 2017 में ठुकराया, 2019 में ठुकराया और 2022 में भी जवाब दे चुकी है. इसलिए अब कोई गुंजाइश नहीं बची है, चाहे कितना भी माथा पच्ची कर लें.
रामचरित मानस की प्रतियां जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज18 इंडिया से कहा कि कार्रवाई होगी नहीं…कार्रवाई हो गई है. रामचरित मानस एक पवित्र ग्रंथ है. समाज को जोड़ने वाला ग्रंथ है, इसके प्रति हर सनातनी में मन में आदर और सम्मान की भावना है. उत्तर भारत में हर मांगलिक कार्यक्रम में सुंदर कांड के पाठ होते हैं. सितंबर अंत से लेकर दिसंबर के प्रारंभ तक उत्तर भारत के हर गांव में रामलीलाओं का मंचन होता है. उन लोगों को रामचरितमानस के इस भाव के बारे में जानकारी होती तो वे सवाल नहीं उठाते. रामचरित मानस में निषाद राज का भी चित्रण है और माता शबरी का भी. इसकी प्रतियां जालने वालों के बारे में क्या कहना… बुद्धि का फेर है.
यूपी की कानून व्यवस्था की धारणा बदली है, इसे सभी स्वीकार करते हैं. हम सभी की प्रेरणा पीएम मोदी से है. हम दूसरे राज्यों की नीतियों का अध्ययन कर रहे हैं और अपनी नीति तैयार कर रहे हैं. हम 4 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतारेंगे. हम 10 फरवरी को घोषणा करेंगे कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 के जरिए हम कितना निवेश ला पाएंगे और कितनी नौकरियां पैदा करेंगे.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने अपनी विकास यात्रा शुरू की है. कोरोना की चुनौती के बावजूद उत्तर प्रदेश की जीडीपी दोगुनी हुई है, प्रति व्यक्ति आय भी दोगुनी हुई है. हमने बीते 6 वर्षों में 5 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य को हासिल करने के सवाल पर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश का तेज गति से विकास होना जरूरी है. हमने 6 वर्षों में राज्य की अर्थव्यस्था को दोगुना किया है. कोरोना महामारी के प्रभावों से यूपी उबर चुका है. यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में हमें राज्य की जीपीडी से ज्यादा का निवेश प्रस्ताव हालिस करेंगे, मुझे पूरा भरोसा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि यूपी शिक्षा विभाग को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले 1.57 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. उच्च शिक्षा विभाग के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 54 फर्मों के निवेश से राज्य में नए विश्वविद्यालयों की स्थापना और शिक्षा के मौजूदा केंद्रों को मॉडल सेंटर के रूप में अपग्रेड करने में मदद मिलेगी.
उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 (UPGIS-23) में 10 भागीदार देशों सहित लगभग 41 देशों के निवेशकों का आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल शामिल होने वाला है. यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर अरविंद कुमार ने कहा, हम विदेशी प्रतिनिधियों के ठहरने की व्यवस्था कर रहे हैं. UPGIS-23 लगभग 10,000 अतिथियों की भागीदारी की उम्मीद है. 750 प्रतिभागियों के ठहरने की व्यवस्था के साथ एक टेंट सिटी और वृंदावन योजना में यूपीजीआईएस-2023 साइट पर काम चल रहा है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि प्रौद्योगिकी न केवल बिजनेस की प्रक्रिया को आसान बनाती है, बल्कि जीवन को भी आसान बना सकती है. वह लखनऊ में वीएफएस ग्लोबल वीजा एप्लीकेशन सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे. इस केंद्र के शुरू होने के साथ ही 10 देशों- ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड, चेक गणराज्य, स्विट्जरलैंड, एस्टोनिया, हंगरी, पुर्तगाल, जर्मनी, इटली और सऊदी अरब – के लिए वीजा आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने की सुविधा अब लखनऊ में उपलब्ध है.
यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर अरविंद कुमार ने मीडिया को बताया कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 के लिए राज्य सरकार के साथ भागीदारी करने वाले देशों में यूनाइटेड किंगडम, जापान, दक्षिण कोरिया, नीदरलैंड, सिंगापुर, मॉरीशस, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात और इटली शामिल हैं.
संसद खेल महाकुंभ का समापन सिद्धार्थनगर के जिला खेल स्टेडियम में 1 फरवरी को हुआ. इस दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि देश और राज्य के समग्र विकास को आगे बढ़ाना है, तो खेल प्रतियोगिताओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए क्योंकि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग का निवास होता है और स्वस्थ दिमाग देश के विकास में योगदान दे सकता है.
उत्तर प्रदेश के विकास का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास क्या ब्लू-प्रिंट…क्या अपराध और अपराधियों पर बुलडोजर से पड़ेगी प्रदेश में बेहतर निवेश की बुनियाद…क्या भयमुक्त उत्तर प्रदेश बनेगा भारत का ‘उत्तम प्रदेश’…क्या है ‘मिशन 2024’ के लिए सीएम योगी की रणनीति? इंटरव्यू के दौरान इन सवालों के जवाब योगी आदित्यनाथ से अपेक्षित है.
लखनऊ में वीएफएस ग्लोबल वीजा एप्लीकेशन सेंटर का उद्घाटन करने के बाद शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था दोगुनी हो गई है. उन्होंने कहा कि सिर्फ कानून व्यवस्था के मोर्चे पर ही नहीं बल्कि यूपी ने ढांचागत विकास के बेहतरीन मॉडल भी विकसित किए हैं.
रामचरित मानस की प्रतियां जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज18 इंडिया से कहा कि कार्रवाई होगी नहीं…कार्रवाई हो गई है. रामचरित मानस एक पवित्र ग्रंथ है. समाज को जोड़ने वाला ग्रंथ है, इसके प्रति हर सनातनी में मन में आदर और सम्मान की भावना है. उत्तर भारत में हर मांगलिक कार्यक्रम में सुंदर कांड के पाठ होते हैं. सितंबर अंत से लेकर दिसंबर के प्रारंभ तक उत्तर भारत के हर गांव में रामलीलाओं का मंचन होता है. उन लोगों को रामचरितमानस के इस भाव के बारे में जानकारी होती तो वे सवाल नहीं उठाते. रामचरित मानस में निषाद राज का भी चित्रण है और माता शबरी का भी. इसकी प्रतियां जालने वालों के बारे में क्या कहना… बुद्धि का फेर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज18 इंडिया के साथ बातचीत में दावा किया कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में 2014 से भी बेहतर परिणाम देगी. विपक्षी दलों की एकजुटता पर उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में यह प्रयोग भी हो चुका है.
भाजपा ने 2014 में यूपी में 71 सीटें जीती थीं, 2019 में 61 सीटें…2024 में आप कितनी सीटें देंगे भाजपा को? इसके जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2024 में बीजेपी यहां 2019 से ज्यादा सीटें पाएगी और बेहतर परिणाम लेकर आएगी. विपक्षी दलों की एकजुटता पर उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में यह प्रयोग भी हो चुका है. बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी जाति सर्वेक्षण के बारे में पूछे गए सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कास्ट सेंसस राज्य सरकारों का विषय नहीं है. यह केंद्र सरकार के क्षेत्राधिकार में आता है. केंद्र सरकार और जनगणना आयोग इस बारे में जो भी निर्णय लेंगे, उत्तर प्रदेश सरकार भी उसको फॉलो करेगी. बॉयकॉट कल्चर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी कलाकार, साहित्यकार या विशिष्ट प्रतिभा वालों का सम्मान होना चाहिए और हम करते भी हैं. उत्तर प्रदेश की अपनी फिल्म पॉलिसी है, राज्य में फिल्मों की शूटिंग पहले से ज्यादा हो रही है. फिल्म डायरेक्टर को भी यह ध्यान रखना होगा कि लोगों की भावनाएं आहत न हों. भूलवश कोई गलती होती है तो उसकी अलग बात है, लेकिन जानबूझकर कोई इस प्रकार की सीन न दें जो विवाद को जन्म दे और जन भावनाओं को आहत करता हो.