बीएचयू में अल्पसंख्यक प्रोफेसर की नियुक्ति के विरोध में छात्र लगातार 12 दिनों से धरने पर बैठे हैं.
वाराणसी. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (Banaras Hindu University) के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में पिछले 12 दिनों पठन-पाठन पूरी तरह से ठप है और छात्र धरने (Students Protest) पर बैठे हैं. छात्र संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर डॉ फिरोज खान की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन और विरोध कर रहे छात्रों के बीच कई दौर की बातचीत असफल हो चुकी है. ऐसे में यह मामला लंबा खिंचता दिख रहा है.
दरअसल, 5 नवंबर को कुलपति की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर डॉ फिरोज खान की नियुक्ति पर मुहर लगी थी. इसकी जानकारी होते ही 7 नवंबर से ही संकाय के गेट पर ताला लगा हुआ है. छात्र नियुक्ति के विरोध में कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. सोमवार को भी धरना दे रहे छात्रों के साथ बातचीत का दौर चला, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया.
हवन-भजन के साथ छात्र कर रहे प्रदर्शन
धरना कर रहे छात्र ढोल और मजीरे की धुन के साथ 'रघुपति राघव राजा राम' का भजन कर रहे हैं. भजन के बीच में बीएचयू के वीसी के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं. दरअसल, ये छात्र संस्कृत विभाग में असिस्टेनेट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं. इनका कहना है कि इस समुदाय के प्रोफेसर की नियुक्ति इस विभाग गलत है और विभाग के शिलापट्ट पर भी इसका उल्लेख किया गया है कि हिन्दू समुदाय के अलावा किसी अन्य समुदाय के व्यक्ति की नियुक्ति इस विभाग में नही हो सकती.
छात्रों का दावा- टीचर्स भी दे रहे साथ
छात्रों के अनुसार, उनके इस प्रदर्शन में विभाग के अध्यापक भी साथ दे रहे हैं. हालांकि, संस्कृत विभाग के हेड प्रोफेसर राम नारायण दुबे ने कहा कि यह बात गलत है कि अध्यापक भी उनके साथ हैं. छात्र नियमों का उलंघन कर रहे हैं. कोई भी नियुक्ति यूसीजी के गाइडलाइन के अनुसार ही हुई होगी.
(इनपुट: रवि पांडेय)
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