UP: अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए डिजिटल दान पर ट्रस्ट ने लगाई रोक, ये रही वजह

अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए डिजिटल दान पर ट्रस्ट ने लगाई रोक
अब तक मंदिर निर्माण (Ram Temple Construction) के लिए करीब 1500 करोड़ से ज्यादा का धन संग्रह किया जा चुका है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 19, 2021, 6:14 PM IST
वाराणसी. अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर (Ram Mandir) समर्पण निधि अभियान के अंतर्गत लगातार राम मंदिर निर्माण के लिए सहयोग (Donation) आ रहा है. वहीं राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट पर डिजिटल फ्रॉड का साया पड़ चुका है. अब तक मंदिर निर्माण के लिए करीब 1500 करोड़ से ज्यादा का धन संग्रह किया जा चुका है. इस धन संग्रह में 10, 50, 100 और 1000 के कूपन के अलावा रसीद और यूपीआई बार कोड डिजिटल माध्यम से भी धन संग्रह किया जा रहा था. शुक्रवार को काशी आए राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर निर्माण को लेकर के आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद, भारतीय जनता पार्टी जैसे तमाम संगठनों ने बीते 16 जनवरी से आम जनों के घर पर दस्तक दी. जहां पर कूपन के अलावा रसीद के साथ-साथ डिजिटल तकनीक से धन संग्रह का भी लक्ष्य रखा गया था. लेकिन डिजिटल धन संग्रह में कुछ गड़बड़ियां सामने आई जिसके बाद राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष चंपत राय ने डिजिटल तरीके से लेनदेन पर रोक लगाने की बात कही है.
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चंपत राय ने राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक 1500 करोड़ से ज्यादा की धनराशि संग्रहित की जा चुकी है. लेकिन डिजिटल ट्रांजेक्शन में गड़बड़ियों की शिकायत के बाद अब डिजिटल लेनदेन पर रोक लगाने का फैसला किया है. राय ने मुताबिक राम मंदिर निर्माण को लेकर के चांदी की ईंट आमजनों से दान स्वरूप स्वीकार की जा रही थी, चांदी की ईंट भी अब ट्रस्ट के लिए एक सर दर्द साबित हो रही है. हालांकि चांदी की ईंटों के संदर्भ में चंपत राय ने बताया कि उसे व्यवस्थित तरीके से रखने का प्रयास किया जा रहा है.11 फरवरी तक मिला 1590 करोड़ का चंदा
इससे पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी के सहयोगी हनुमान ने न्यूज18 से बातचीत में बताया कि 'गुरुवार (11 फरवरी) शाम को उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 1,590 करोड़ रुपये एकत्र किए गए हैं.' स्वामी गोविंद देव गिरि के सहयोगी ने कहा, श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए पूरे देश से ही धनराशि एकत्रित की जा रही है. हम चाहते हैं कि देश के 4 लाख गांव और 11 करोड़ परिवार हमारे दान अभियान में पहुंचे. दान अभियान 15 जनवरी से शुरू हो चुका है जो 27 फरवरी तक जारी रहेगा.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर निर्माण को लेकर के आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद, भारतीय जनता पार्टी जैसे तमाम संगठनों ने बीते 16 जनवरी से आम जनों के घर पर दस्तक दी. जहां पर कूपन के अलावा रसीद के साथ-साथ डिजिटल तकनीक से धन संग्रह का भी लक्ष्य रखा गया था. लेकिन डिजिटल धन संग्रह में कुछ गड़बड़ियां सामने आई जिसके बाद राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष चंपत राय ने डिजिटल तरीके से लेनदेन पर रोक लगाने की बात कही है.
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चंपत राय ने राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक 1500 करोड़ से ज्यादा की धनराशि संग्रहित की जा चुकी है. लेकिन डिजिटल ट्रांजेक्शन में गड़बड़ियों की शिकायत के बाद अब डिजिटल लेनदेन पर रोक लगाने का फैसला किया है. राय ने मुताबिक राम मंदिर निर्माण को लेकर के चांदी की ईंट आमजनों से दान स्वरूप स्वीकार की जा रही थी, चांदी की ईंट भी अब ट्रस्ट के लिए एक सर दर्द साबित हो रही है. हालांकि चांदी की ईंटों के संदर्भ में चंपत राय ने बताया कि उसे व्यवस्थित तरीके से रखने का प्रयास किया जा रहा है.11 फरवरी तक मिला 1590 करोड़ का चंदा
इससे पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी के सहयोगी हनुमान ने न्यूज18 से बातचीत में बताया कि 'गुरुवार (11 फरवरी) शाम को उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 1,590 करोड़ रुपये एकत्र किए गए हैं.' स्वामी गोविंद देव गिरि के सहयोगी ने कहा, श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए पूरे देश से ही धनराशि एकत्रित की जा रही है. हम चाहते हैं कि देश के 4 लाख गांव और 11 करोड़ परिवार हमारे दान अभियान में पहुंचे. दान अभियान 15 जनवरी से शुरू हो चुका है जो 27 फरवरी तक जारी रहेगा.