new market under lahartara chowkaghat flyover will entice tourists urban place making nodelsp
वाराणसी: बहुत जल्द पर्यटकों को लुभाएगा काशी का ये नया बाजार, देखें तस्वीरें
लहरतारा-चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे 1.9 किलोमीटर की दूरी अर्बन प्लेस मेकिंग से गुलजार होगी.
Varanasi News: लहरतारा-चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे 1.9 किलोमीटर की दूरी अर्बन प्लेस मेकिंग से गुलजार होगी. योगी सरकार यहां एक नया बाजार बसाने जा रही है, जिसके जरिए बड़ी संख्या में रोजगार भी मिलेगा. इसमें काशी की झलक दिखेगी और यातायात सुगम होगा.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार काशी में बेकार पड़ी जगहों को खूबसूरती से उपयोग कर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने जा रही है. इसके लिए सरकार ने फ्लाईओवर के नीचे बेकार पड़ी जगहों को सजा सवांरकर उपयोगी बनाना शुरू किया है. लहरतारा-चौकाघाट फ्लाई ओवर के नीचे 1.9 किलोमीटर में बाज़ार सजेगा. यहां काशी की कला व संस्कृति दिखेगी और बनारसी खानपान का स्वाद मिलेगा. सुगम यातायात के साथ जनता के जरूरतों का ध्यान रखकर योगी सरकार अर्बन प्लेस मेकिंग का काम करा रही है.
फ्लाईओवर के नीचे पड़ी खली जगह अक्सर अतिक्रमण का शिकार हो जाती है, लेकिन योगी सरकार अब ऐसा नहीं होने देगी. सरकार ने अर्बन प्लेस मेकिंग के तहत ऐसी जगह रोजगार उपलब्ध कराने के उपयोग में ला रही है. वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि लहरतारा-चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे 1.9 किलोमीटर को 6 भागों में बाट कर बाजार और जनता के सुगमता के लिए सुविधा युक्त चीजें बन रही हैं. जिसकी लागत क़रीब 10 करोड़ है.
वाराणसी कैंट स्टेशन से बाहर निकलते ही आपको काशी शहर का अहसास होने लगेगा. दीवारों पर काशी की कला और संस्कृति की पेंटिंग, इंस्टॉलेशन और लैंडस्केपिंग के माध्यम से झलक दिखेगी. आई लव वाराणसी स्लोगन लिखा हुआ सेल्फी प्वाइंट, फव्वारा, पाथ वे, पेड़-पौधे समेत अन्य हॉर्टिकल्चर का प्रावधान है. इसके अलावा इंग्लिशिया लाइन के पास से लहरतारा की तरफ जाने वाले मार्ग पर दुकानें फूड कोर्ट, ओपन कैफे होंगे, जहां यात्रियों व दर्शनार्थियों की जरूरतों के सामान के साथ ही बनारसी व्यंजन खाने को मिलेगा.
सड़क की सुरक्षा के लिए दोनों ओर रेलिंग, करीब 12 पेडेस्ट्रियन क्रॉसिंग व अन्य संसाधन विकसित होंगे. सुविधा की दृष्टि से दोनों छोर पर प्रसाधन ,पेयजल की सुविधा होगी. इन्फॉर्मेशन कियोस्क व अन्य सुविधाएं बनाई जा रही हैं. स्ट्रीट फर्नीचर जैसे बेंच, कूड़ेदान आदि का प्रावधान है.
मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि यहां पर कैंट रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टेशन होने से यातायात का दबाव अधिक रहता है. यातायात के सुगम संचालन व प्रबंधन के लिए निर्धारित ट्रैफिक सर्कुलेशन की स्कीम बनाई गई है. जिसके आधार पर जेब्रा क्रॉसिंग, ट्रैफिक साइनेज, मीडियन यू-टर्न, पिक-अप और ड्रॉपिंग के लिए निर्धारित स्थान, ई रिक्शा चार्जिंग पॉइंट आदि की भी सुविधा होगी.