रिपोर्ट-अभिषेक जायसवाल
वाराणसी: भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के महापर्व जन्माष्टमी (Janmashtami 2022) से पर भोले की नगरी काशी (Kashi) कृष्ण भक्ति में डूबी नजर आ रही है. हर तरफ जय श्रीकृष्ण की गूंज सुनाई दे रही है और जगह-जगह विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं. ऐसा ही अद्भुत नजारा वाराणसी (Varanasi) के घाट स्थित गंगा (Ganga) तट पर बसे रुद्राक्ष रिजॉर्ट पर देखने को मिला. यहां कृष्ण (Krishna) भक्ति में डूबी महिलाएं कान्हा का अलौकिक शृंगार किया और फिर पालने में उन्हें बैठाकर मंगलगीत सुनाए.
मंगल गीत के बाद महिलाएं कृष्ण रंग में रंगकर झूमती भी दिखी. इस दौरान नृत्य, संगीत की अद्भुत धारा बहती दिखी. आयोजन में शामिल हर कोई बस कृष्ण रंग में रंगा नजर आया. अनिता राय ने बताया कि काशी में हर त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और कान्हा के जन्म के उत्सव को भी हम लोग बेहद शानदार तरीके से सेलिब्रेट कर रहे हैं. बताते चले कि मंगलगीत और नृत्य संगीत के इस आयोजन से पहले कान्हा को पंचामृत से स्नान कराकर उनका शृंगार हुआ और फिर महिलाओं ने उनकी आरती भी उतारी.
मंदिर, घाट और दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर हो रहे इन आयोजनों से इतर जन्माष्टमी को लेकर बाजारों में भी गजब की रौनक देखने को मिल रही है. बाजारों में इस बार विभिन्न तरह की राधा कृष्ण की झाकियां हैं जो लोगों को खूब पसन्द आ रहीं हैं.
इस बार भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि की शुरुआत 18 अगस्त (गुरुवार) की रात 9 बजकर 21 मिनट से शुरू हो रही है, जो 19 अगस्त को रात 10 बजकर 55 मिनट तक रहेगी. काशी के जाने माने विद्वान स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि ऐसे में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त यानी शुक्रवार को मनाया जाएगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Sri Krishna Janmashtami, Varanasi news