बीएचयू सिंह द्वार (फाइल फोटो)
रिपोर्ट : रवि पांडेय
वाराणसी. काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छेड़खानी आम होती जा रही हैं. एक महीने में तीसरी बार बीएचयू की छात्रा से परिसर में ही छेड़खानी हुई है. तीसरा मामला 21 जनवरी रात 9 बजकर 40 मिनट का है. विश्वविद्यालय परिसर के लिमडी हॉस्टल के पास वाणिज्य संकाय की छात्रा के साथ कार सवार युवकों ने छेड़खानी की. बड़ी बात ये है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद स्थानीय चौकी इंचार्ज को मामले की जानकारी तक नहीं है. जाहिर है अभी तक इस केस में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
21 जनवरी रात 9 बजकर 40 मिनट पर बीएचयू के वाणिज्य संकाय की दो छात्रा घर लौट रही थीं. जब वे लिमडी हॉस्टल के पास पहुंचीं, ठीक इसी समय कार सवार 4-5 युवकों ने छात्राओं को रोक लिया. कार से उतरने के बाद उन्होंने छात्राओं से उनका मोबाइल नंबर पूछा. जब छात्राओं ने इस हरकत का विरोध किया तो वे लड़के छात्राओं के शरीर पर हाथ मारते हुए आराम से कार में बैठ कर चले गए.
पीड़ित छात्राओं ने 22 जनवरी को वाराणसी के लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़ित छात्राओं ने अपनी तहरीर में मनचले युवकों की कार का नंबर भी दर्ज किया है. ताकि जल्द से जल्द कार्रवाई कर उन्हें सजा दी जा सके. पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है उनकी गिरफ्तारी का दावा कर रही है.
बीएचयू की छात्राओं के साथ इस महीने छेड़खानी की यह तीसरी वारदात है. पहली वारदात 8 जनवरी को हुई थी. इस मामले के 4 आरोपी थे. पुलिस अब तक दो को ही गिरफ्तार कर पाई है. दूसरे मामले की एफआईआर 13 जनवरी को चितईपुर थाने में लिखी गई थी. इस मामले में दो दिन बाद एक युवक की गिरफ्तारी हुई. ऐसे में तीसरी घटना 21 जनवरी को हुई है, जिसमें अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
छेड़खानी की वारदात लगातार होने से छात्राएं असहज महसूस करने लगी हैं. बीएचयू चौकी इंचार्ज धीरेंद्र प्रताप सिंह का रवैया मनचलों के लिए किसी प्रोटीन जूस से कम नहीं है. न्यूज 18 ने जब उनसे इस मामले में कार्रवाई की बात पूछी तो उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. बड़ी बात ये है कि मामले को छुपाने के लिए एफआईआर के कागजों को भी ऑनलाइन देरी से किया जा रहा है. ताकि मीडिया तक बातें न पहुंचे.
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