होम /न्यूज /उत्तराखंड /उत्तराखंड: अल्मोड़ा में दिल्ली के रहने वालों ने खरीदी जमीन, ग्रामीण बोले-जान देंगे लेकिन जमीन नहीं, जानें पूरा माजरा

उत्तराखंड: अल्मोड़ा में दिल्ली के रहने वालों ने खरीदी जमीन, ग्रामीण बोले-जान देंगे लेकिन जमीन नहीं, जानें पूरा माजरा

X
ग्रामीणों

ग्रामीणों ने खोला भू माफियाओं के खिलाफ मोर्चा

Uttarakhand News: स्थानीय निवासी बिशन सिंह ने कहा कि किसी भी हालत में वह भू माफियाओं के हाथों में यह जमीन जाने नहीं दें ...अधिक पढ़ें

रोहित भट्ट
अल्मोड़ा.
उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों और इनके मनमोहक वातावरण में हर कोई आना चाहता है. पहाड़ों पर भू माफियाओं की भी लगातार नजर है. ऐसा ही मामला अल्मोड़ा के फलसीमा गांव में सामने आया है, जहां पर भू माफियाओं द्वारा करीब 100 नाली जमीन खरीदी गई है. जिसको लेकर गांव के लोगों ने एकजुटता दिखाकर अब उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

‘न्यूज़ 18 लोकल’ की टीम ने गांव में जाकर जब इसकी पड़ताल की, तो पता चला गांव की जमीन को दिल्ली के रहने वाले दो लोगों ने खरीदा है. गांव के लोगों ने आरोप लगाया है कि उपजाऊ जमीन को बंजर दिखाया गया है. इसके अलावा लोगों को धन का लालच और उनके पढ़े-लिखे कम होने के साथ शराब का लालच देकर उनसे जमीन खरीदी गई है. इसमें अल्मोड़ा के तीन लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जिनके द्वारा जमीन की खरीद-फरोख्त की गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि जहां जमीन खरीदी गई है, कागजों में उस जमीन को न दिखाकर दूसरी जगह की जमीन को दिखाया गया है.

फलसीमा के ग्राम प्रधान जसवंत सिंह बिष्ट ने बताया कि गांव में जो भू माफियाओं के द्वारा अवैध रूप से जमीन की खरीद-फरोख्त की गई है, उसका वह और ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि जमीन को जुलाई 2022 से खरीदा जा रहा था. इसका पता ग्रामीणों को देर से लगा. अभी तक गांव की 100 नाली जमीन को भू माफियाओं द्वारा खरीदा गया है, जिसका वह सभी विरोध कर रहे हैं और इन खरीदी हुई जमीनों की ठीक से जांच पड़ताल होनी चाहिए.

स्थानीय निवासी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि जमीनें उन लोगों से खरीदी गई हैं, जो अशिक्षित हैं या फिर उन्हें धन का लालच और शराब देकर उनसे जमीनें खरीदी गई हैं. उन्होंने बताया कि जमीन जहां खरीदी गई है, वह जगह अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच हाईवे में है और दिखाई गई जमीन दूसरी जगह पर है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जो जमीन उपजाऊ है, उसे बंजर दिखाए गया है, जिसका वह विरोध कर रहे हैं.

स्थानीय निवासी बिशन सिंह ने कहा कि किसी भी हालत में वह भू माफियाओं के हाथों में यह जमीन जाने नहीं देंगे. उन्होंने बताया कि वह आर्मी से रिटायर हैं, जब बॉर्डर में मौत नहीं हुई तो इस जमीन के खातिर जान भी देनी होगी, तो जान दे देंगे पर गांव की जमीन को गलत हाथ में जाने नहीं देंगे.

स्थानीय निवासी बलवंत सिंह बिष्ट ने बताया कि जो जमीन बिकी है, उनके साथ-साथ गांव की अन्य जमीनों को भी उसमें शामिल किया गया है. जिसका वह सभी मिलकर विरोध कर रहे हैं. अगर जल्द से जल्द इसको लेकर फैसला नहीं आएगा, तो वे सभी उग्र आंदोलन करेंगे.

एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने News18 Local को बताया कि इसको लेकर जांच के आदेश जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए हैं और इसकी जांच शुरू कर दी गई है. जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी.

Tags: Almora News, Uttrakhand

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें