यह है 'दिल टूटा आशिक चायवाला' कैफे, चाय की चुस्कियों संग शेयर करें टूटे दिल का हाल

देहरादून में 2 भाईयों के लॉकडाउन में दिल टूटे तो उन्होंने दिल टूटा आशिक़ चायवाला नाम से कैफे खोल दिया.
Dehradun News: दो भाइयों को लॉकडाउन के दौरान प्यार में धोखा मिला था. उसके बाद वे डिप्रेशन में चले गए थे. अचानक से उनके जेहन में एक दिन ऐसे लोगों के लिए कैफे खोलने का आइडिया आया था.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 10:30 AM IST
देहरादून. प्यार में दिल टूटने के किस्से आपने अक्सर सुने होंगे. अमूमन बहुत से लोग उन्हें छिपाते भी है, लेकिन देहरादून के 2 भाइयों के लॉकडाउन में दिल टूटे तो उन्होंने इसी नाम से अपना कैफे खोल दिया. उन्होंने अपने कैफे का नाम 'दिल टूटा आशिक़ चायवाला' (Dil Toota Aashiq Chaayavaala Cafe) रख दिया. यही नहीं, यहां चाय की चुस्कियों के साथ अपने दिल का हाल भी पर्चियों में लिखा जाता है, ताकि टूटे दिल का दर्द कम हो सके.
देहरादून में टूटे दिल वालों के लिए इन दिनों 'दिल टूटा आशिक चायवाला कैफे' एक नया अड्डा बना हुआ है. ऐसे लोग अपने दिल का हाल यहां चाय की चुस्कियों के साथ पेपर में लिख कर बयां कर रहे हैं. देहरादून के जीएमएस रोड पर स्थित इस कैफे को 2 भाई चलाते हैं, जिनके दिल लॉकडाउन के दौरान टूट गए थे. इसलिए उन्होंने साथ मिलकर यह कैफे शुरू करने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि प्यार में धोखा खाए लोग डिप्रेशन में न चले जाएं, इसलिए उन्होंने यह कैफे खोला. वह अपनी जिंदगी में फिर से एक नई शुरुआत कर सकें. बता दें कि कई लोग दिल टूटने पर मौत तक को गले लगा लेते हैं.
राहुल बत्रा और दिव्यांशु 'दिल टूटा आशिक कैफे' चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान दोनों के दिल टूटे थे, जिससे वह डिप्रेशन में चले गए, लेकिन कुछ महीनों बाद हमें एहसास हुआ कि लाइफ में कुछ करना चाहिए. इसलिए एक महीने पहले ही उन्होंने दिल टूटा आशिक चायवाला नाम से कैफे खोल दिया, जिसमें लोग इस दिलचस्प नाम की वजह से भी रुख कर रहे हैं. यहां आकर लोग अपने एक्सपीरियंस शेयर करने के साथ ही बोर्ड पर अपने दिल का हाल भी लिख सकते हैं, जिससे उनके दिल का दर्द थोड़ा कम हो सके.
लोगों का कहना कि कैफे का नाम ही काफी अच्छा है और इस वजह से यहां आना अच्छा लग रहा है. शाम के समय ज्यादातर लोगों का यहां आना हो रहा है. एक महीने पहले ही खुला यह कैफे अपने नाम की वजह से काफी सुर्खियां बटोर रहा है. वहीं टूटे दिल लिए लोग भी चाय की चुस्कियों के साथ अपने दिल का हाल भी बयां कर रहे हैं.
देहरादून में टूटे दिल वालों के लिए इन दिनों 'दिल टूटा आशिक चायवाला कैफे' एक नया अड्डा बना हुआ है. ऐसे लोग अपने दिल का हाल यहां चाय की चुस्कियों के साथ पेपर में लिख कर बयां कर रहे हैं. देहरादून के जीएमएस रोड पर स्थित इस कैफे को 2 भाई चलाते हैं, जिनके दिल लॉकडाउन के दौरान टूट गए थे. इसलिए उन्होंने साथ मिलकर यह कैफे शुरू करने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि प्यार में धोखा खाए लोग डिप्रेशन में न चले जाएं, इसलिए उन्होंने यह कैफे खोला. वह अपनी जिंदगी में फिर से एक नई शुरुआत कर सकें. बता दें कि कई लोग दिल टूटने पर मौत तक को गले लगा लेते हैं.
राहुल बत्रा और दिव्यांशु 'दिल टूटा आशिक कैफे' चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान दोनों के दिल टूटे थे, जिससे वह डिप्रेशन में चले गए, लेकिन कुछ महीनों बाद हमें एहसास हुआ कि लाइफ में कुछ करना चाहिए. इसलिए एक महीने पहले ही उन्होंने दिल टूटा आशिक चायवाला नाम से कैफे खोल दिया, जिसमें लोग इस दिलचस्प नाम की वजह से भी रुख कर रहे हैं. यहां आकर लोग अपने एक्सपीरियंस शेयर करने के साथ ही बोर्ड पर अपने दिल का हाल भी लिख सकते हैं, जिससे उनके दिल का दर्द थोड़ा कम हो सके.
लोगों का कहना कि कैफे का नाम ही काफी अच्छा है और इस वजह से यहां आना अच्छा लग रहा है. शाम के समय ज्यादातर लोगों का यहां आना हो रहा है. एक महीने पहले ही खुला यह कैफे अपने नाम की वजह से काफी सुर्खियां बटोर रहा है. वहीं टूटे दिल लिए लोग भी चाय की चुस्कियों के साथ अपने दिल का हाल भी बयां कर रहे हैं.