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धुंध के आगोश में अल्मोड़ा के पहाड़, बीमारियों को दे रहे दस्तक, क्या है इसकी वजह?

इन दिनों अल्मोड़ा में खूबसूरत वादियों के नजारे और हिमालय का दृश्य शायद ही आपको देखने को मिलें. दरअसल अल्मोड़ा शहर के पहा ...अधिक पढ़ें

    रिपोर्ट: रोहित भट्ट

    अल्मोड़ा. उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों और यहां से दिखने वाली हिमालय की श्रृंखला का नजारा हर कोई अपनी आंखों में कैद करना चाहता है, लेकिन इन दिनों अल्मोड़ा में खूबसूरत वादियों के नजारे और हिमालय का दृश्य शायद ही आपको देखने को मिले. दरअसल अल्मोड़ा शहर के पहाड़ों में इन दिनों धुंध छाई हुई है. जब हमने इस धुंध के पीछे की वजह जानी, तो पता चला कि जंगलों में लगने वाली आग की वजह से सभी पहाड़ियों पर धुंध छाई हुई है. पहाड़ों में इतनी धुंध हो चुकी है कि सामने वाली पहाड़ी कौन सी है, वह पता नहीं चल पा रहा है. इसके अलावा हिमालय की श्रृंखला को देखना तो बेहद मुश्किल हो गया है.

    इस बढ़ती धुंध को लेकर हमने अल्मोड़ा के गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान के जेसी कुनियाल से बातचीत की. उन्होंने बताया कि पहाड़ों में जो धुंध छाई हुई है, वह जंगलों की आग की वजह से देखने को मिल रही है. पहाड़ों में चीड़ के पेड़ अधिक हैं, जिससे जंगलों में आग तेजी से फैलती है. इस वजह से वातावरण में धुआं फैल जाता है. वातावरण में फैलने वाले कण काफी बारीक होते हैं. उन्होंने आगे बताया कि यह धुंध मार्च से जून तक देखने को मिलती है. इस धुंध की वजह से तापमान में काफी वृद्धि देखने को मिलती है. यह धुंध बारिश आने के बाद खत्म हो जाती है. इसके अलावा कोरोना लॉकडाउन के समय में यह धुंध कम देखने को मिली थी, लेकिन धीरे-धीरे हर साल यह धुंध बढ़ रही है. इसके लिए उन्होंने डाटा तैयार किया है. लॉकडाउन के समय में करीब 23 फीसदी से लेकर 58 फीसदी की कमी आई थी, लेकिन पिछले साल 6 प्रतिशत से लेकर 74 प्रतिशत ईयर सोल के विभिन्न प्रकारों में इसकी वृद्धि देखने को मिली है.

    धुंध बन रही बीमारियों की वजह
    इस धुंध की वजह से कई बीमारियां भी देखने को मिलती हैं. अल्‍मोड़ा जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर हरीश चंद आर्य ने बताया कि धुंध की वजह से कई बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है. इसमें मुख्यतः सांस की बीमारी, अस्थमा व इसके अलावा सीओपीडी की बीमारी देखने को मिलती है. इसमें सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों और बुजुर्गों में देखने को मिलता है. इस धुंध की वजह से आंखों से संबंधित इंफेक्शन भी बढ़ता है. इसके अलावा हार्ट, फेफड़े, लीवर और किडनी में इसका थोड़ा-थोड़ा असर देखने को मिलता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों को बचाव करने की जरूरत है. बाहर निकलते समय मास्क पहनकर निकलें. आंखों को समय-समय पर ठंडे पानी से धोते रहें. पौष्टिक आहार जरूर लें और व्यायाम भी अवश्य करें.

    Tags: Almora News, Forest fire, Uttarakhand news

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