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पहाड़ों पर ग्लोबल वार्मिंग का असर! मार्च-अप्रैल में खिलने वाले बुरांश के फूल खिले, जानें पूरा माजरा

ग्लोबल वॉर्मिंग का असर पहाड़ों में भी देखने को मिल रहा है. दरअसल कभी बुरांश के फूल मार्च-अप्रैल के महीने में खिलते थे, ल ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: रोहित भट्ट

अल्मोड़ा. ग्लोबल वॉर्मिंग का असर पहाड़ों में भी देखने को मिल रहा है. दरअसल पहाड़ों का मौसम अब धीरे-धीरे बदल रहा है. जहां नवंबर से लेकर जनवरी तक बारिश या फिर बर्फबारी देखने को मिलती थी, लेकिन अब इसके उलट धूप खिलती हुई दिख रही है, जो सीधे-सीधे जलवायु परिवर्तन को ओर इशारा करता है. वहीं, जो फूल मार्च-अप्रैल के महीने में खिलते थे, वह जनवरी-फरवरी में ही खिल चुके हैं.

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. मार्च से लेकर अप्रैल महीने में उगने वाले बुरांश के फूल करीब-करीब जनवरी महीने से खिलने लगे हैं. इसको लेकर हमने एक रिपोर्ट तैयार की है. न्‍यूज़ 18 ने अल्मोड़ा के गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान में जाकर वैज्ञानिकों से जानने की कोशिश की कि आखिर यह फूल अभी से कैसे खिल रहे हैं.

अल्मोड़ा के गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के वैज्ञानिक डॉ इंदर दत्त भट्ट ने बताया कि जलवायु परिवर्तन एक बहुत ही बड़ी समस्या बनती जा रही है. जलवायु परिवर्तन की वजह से पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंच रहा है. देखा जा रहा है कि ग्लेशियर का पिघलना, फूलों का समय से पहले खिलना, इसके जैसे कई परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि देखा जा रहा है अप्रैल-मई के महीने में खिलने वाला बुरांश दिसंबर आखिरी या फिर जनवरी से खिलने लगा है, जो सीधे-सीधे ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से हो रहे जलवायु परिवर्तन की ओर इशारा कर रहा है.

इसके साथ डॉ इंदर दत्त भट्ट ने कहा,’मौसम से पहले खिलने वाले फूल के बारे में अध्ययन किया है कि 100 साल पहले बुरांश के फूल के खिलने का समय क्या था. पहले मार्च-अप्रैल में बुरांश खिलता था, लेकिन अब 3 महीने पहले ही बुरांश के फूल खिलने लगे हैं.’

ग्लोबल वार्मिंग का है असर
उत्तराखंड के वरिष्ठ फोटोग्राफर जयमित्र सिंह बिष्ट ने बताया कि पिछले कई सालों से वो बुरांश के फूलों की फोटोग्राफी कर रहे हैं, लेकिन इस बार समय से पहले ही फूल खिल गए हैं, जिसको देखकर वह भी हैरान हैं. यह ग्लोबल वार्मिंग की वजह से ही है. साथ ही कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से हर साल मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है, जिससे सभी लोग हैरान हैं. दो से तीन महीने पहले ही फूल खिल रहे हैं, जो आने वाले समय के मौसम परिवर्तन को सीधे-सीधे दर्शाता है.

Tags: Almora News, Global warming, Uttarakhand news

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