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सावधान! बाइक-कार चलाते पकड़े गए अगर नाबालिग तो माता-पिता जाएंगे जेल

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्कूल जाने वाले नाबालिग बच्चे तेज रफ्तार में स्कूटी-बाइक चलाते हुए दिख जाते हैं. इससे ...अधिक पढ़ें

    हिना आजमी
    देहरादून.
    उत्तराखंड में देहरादून ट्रैफिक पुलिस यातायात को दुरुस्त रखने और लोगों को हादसों से बचाने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रही है. राजधानी में स्कूल जाने वाले नाबालिग बच्चे तेज रफ्तार में स्कूटी-बाइक चलाते हुए दिख जाते हैं. इससे जनता को परेशानी होती है. वहीं तमाम बार एक्सीडेंट भी हो चुके हैं.ऐसा न हो इसलिए देहरादून ट्रैफिक पुलिस अब सख्त हो गई है. अब अभिभावकों को पकड़े जाने वाले बच्चों का हर्जाना भरना होगा. दरअसल, राजधानी देहरादून में अब नाबालिगों को वाहन देने वाले अभिभावकों पर 25 हजार रुपये के जुर्माने के साथ जेल की सजा भी होगी. अभिभावकों को 3 महीने जेल की हवा खानी होगी.

    देहरादून के एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे ने जानकारी देते हुए कहा है कि नाबालिग छात्र-छात्राओं को वाहन ना देने के लिए अभिभावकों को लगातार जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कई अभिभावक उन्हें पत्र भी लिख चुके हैं कि उनके बच्चे जन्मदिन आदि के लिए उपहार में गाड़ी की डिमांड करते हैं. एसपी ट्रैफिक कोंडे ने कहा कि नाबालिगों द्वारा देहरादून में यातायात नियमों का उल्लंघन किया जाता है और इन नाबालिग छात्र छात्राओं के लिए यह जरूरी कदम है.

    यातायात पुलिस द्वारा मोहल्ला ट्रैफिक कमेटी की मीटिंग में और अन्य अवसरों पर स्कूलों के बाहर बोर्ड लगाकर नाबालिगों को वाहन ना देने के लिए जागरूक किया जा रहा है. इतना सब कुछ करने पर भी यदि अभिभावक अपने नाबालिग बच्चे को वाहन देते हैं, तो ट्रैफिक पुलिस एमवी एक्ट की संपूर्ण धारा का प्रयोग करते हुए तीन महीने तक कारावास की सजा देगी.

    उन्होंने आगे कहा कि ऐसे वाहन पकड़े जाने पर वाहन को 12 महीने की अवधि के लिए रद्द कर दिया जाएगा. इसके अलावा किशोर को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए 25 साल का होने तक इंतजार करना पड़ेगा.

    लगातार चौक चौराहों पर नाबालिगों के चालान काटते देख वहां से गुजरने वाली जनता भी अब यातायात नियमों का पालन करने का मन बना रही है. इसके अलावा देहरादून ट्रैफिक पुलिस मॉर्निंग स्टॉर्म अभियान भी चला रही है. इसके तहत सुबह के वक्त स्कूली बच्चों के चालान किए जा रहे हैं. पकड़े गए स्कूली छात्रों के अभिभावकों को फोन करके फटकार लगाई जा रही है.

    देहरादून ट्रैफिक पुलिस के इस अभियान से देहरादून निवासी बेहद खुश हैं. समाजसेवी आशीष गर्ग का कहना है कि हम इस समाज के हिस्से के रूप में हैं. हमें अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. खासकर सड़कों पर हमें खुद के साथ चलने वाले लोगों का भी ध्यान रखना चाहिए.

    Tags: Dehradun news, Haldwani news, Pithoragarh news, Uttrakhand

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