अल्मोड़ा के पूर्वी पोखरखाली में रहने वालीं डॉक्टर वसुधा पंत जोकि ग्रीन हिल्स संस्था की सचिव भी हैं, उन्होंने बिच्छू घास (Nettle Grass Food Products) को लेकर एक नई सफलता हासिल की है. वसुधा ने इस घास के औषधीय गुणों को देखते हुए 25 लजीज उत्पाद बनाए हैं. उन्होंने बताया कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय हिमालय अध्ययन मिशन के अंतर्गत यह कार्य किया जा रहा है.
बिच्छू घास का ख्याल आते ही पहाड़ के लोगों के जेहन में उनकी बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं. दरअसल बिच्छू घास से बचपन में बच्चों को डराया जाता था, पर किसी ने सोचा नहीं था कि इससे खाने वाले कई लजीज प्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं. डॉक्टर वसुधा पंत ने साल 2015 में बिच्छू घास पर रिसर्च शुरू की थी. रिसर्च पूरी होने के बाद उन्होंने जुलाई 2020 से इसके फूड प्रोडक्ट बनाने शुरू किए.
वसुधा पंत ने बिच्छू घास से मिक्स आटा, मिक्स सूप, पैन केक, चीला मिक्स, कटलेट मिक्स, चायपत्ती, बिस्कुट, नमकीन समेत कई आइटम बनाए हैं. अब तक इससे 25 प्रोडक्ट बनाए जा चुके हैं. वसुधा ने बताया कि आने वाले समय में बिच्छू घास से 30 और नए प्रोडक्ट बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि बिच्छू घास अब धीरे-धीरे कम हो रही है. इसकी पैदावार बढ़ाने के लिए उन्होंने 10 हेक्टेयर बंजर जमीन में यह घास लगाई है. बिच्छू घास में पहाड़ी उत्पाद भी मिक्स किए जा रहे हैं, जिसमें मंडुवा, मक्का आदि प्रमुख हैं.
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