उत्तराखंड जल प्रलय में 202 लोग लापता, रेस्क्यू के लिए तपोवन टनल में घुसे सेना के जवान

उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से मची तबाही के बाद अब तक 19 शव बरामद किए गए हैं. ANI
Uttarakhand Chamoli Glacier Burst: आईटीबीपी के एडीजी मनोज रावत ने कहा कि लता और रैणी जैसे गांवों में फूड सप्लाई बनाए रखने के लिए हेलीकॉप्टरों के जरिए रसद गिरायी जा रही है. रैणी गांव में पुल टूट जाने की वजह से 13 गांवों से संपर्क टूट गया है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 8, 2021, 4:35 PM IST
नई दिल्ली. उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से मची तबाही (Uttarakhand Chamoli Glacier Burst) के बाद से 202 लोग लापता हैं. जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहीं आर्मी, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमों के जवान तपोवन टनल (Tapovan Tunnel) में घुस गए हैं. राज्य पुलिस ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि अब तक अलग-अलग स्थानों से 19 लोगों के शव बरामद किए गए हैं. पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक ऋत्विक कंपनी के 21 लोग लापता हैं, जबकि उसकी सहयोगी कंपनी के 100 लोगों का अब तक पता नहीं चला है. ऋत्विक और उसकी सहयोगी कंपनी के अलावा ऋषिगंगा कंपनी के लोग भी बड़ी संख्या में लापता हैं. इनके साथ एच.सी.सी कंपनी के 3, ओम मैटल के 21 और ऋषिगंगा के 46 लोग लापता हैं. चमोली इलाके के गांवों से लापता लोगों की बात करें तो तपोवन गांव से 2, रिंगी गांव से 2, करछौ गांव से 2 और रैणी गांव से 5 लोग रविवार को आई आपदा के बाद से लापता हैं. उत्तराखंड पुलिस ने शोक और दुख की इस घड़ी में लोगों से सहयोग की अपील की है.
तपोवन टनल में दाखिल हुए जवान
दूसरी ओर राहत और बचाव कार्य लगातार दूसरे दिन पूरी रफ्तार से चल रहा है. भारतीय वायुसेना ने देहरादून से Mi-17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों की दूसरी खेप राहत और बचाव टीमों के साथ रवाना कर दी है. भारतीय वायुसेना के टास्क फोर्स कमांडर राज्य प्रशासन के साथ राहत और बचाव कार्य के लिए को-ऑर्डिनेट कर रहे हैं.
ANI के मुताबिक आर्मी, आईटीबीपी, एसडीआरएफ की टीमें तपोवन टनल में संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं. राहत और बचाव कार्य में लगे जवान टनल के अंदर दाखिल हो गए हैं.
रैणी गांव में पुल टूटा, 13 गांवों से संपर्क कटा
जोशीमठ में राहत और बचाव कार्य देख रहे आईटीबीपी के एडीजी मनोज रावत ने कहा कि लता और रैणी गांव में फूड सप्लाई बनाए रखने के लिए हेलीकॉप्टरों के जरिए रसद गिरायी जा रही है. उन्होंने कहा कि रैणी गांव में पुल टूट जाने की वजह से मलारी और घनसाली जैसे 13 गांवों से संपर्क टूट गया है.

रावत ने कहा, 'उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा पर बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती है और इस बारे में सूचित कर दिया गया है."
तपोवन टनल में दाखिल हुए जवान
दूसरी ओर राहत और बचाव कार्य लगातार दूसरे दिन पूरी रफ्तार से चल रहा है. भारतीय वायुसेना ने देहरादून से Mi-17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों की दूसरी खेप राहत और बचाव टीमों के साथ रवाना कर दी है. भारतीय वायुसेना के टास्क फोर्स कमांडर राज्य प्रशासन के साथ राहत और बचाव कार्य के लिए को-ऑर्डिनेट कर रहे हैं.

रैणी गांव में पुल टूटा, 13 गांवों से संपर्क कटा
जोशीमठ में राहत और बचाव कार्य देख रहे आईटीबीपी के एडीजी मनोज रावत ने कहा कि लता और रैणी गांव में फूड सप्लाई बनाए रखने के लिए हेलीकॉप्टरों के जरिए रसद गिरायी जा रही है. उन्होंने कहा कि रैणी गांव में पुल टूट जाने की वजह से मलारी और घनसाली जैसे 13 गांवों से संपर्क टूट गया है.
रावत ने कहा, 'उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा पर बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती है और इस बारे में सूचित कर दिया गया है."