सीएम धामी ने पीआरओ नंदन बिष्ट के खिलाफ एक्शन लिया.
दीपांकर भट्ट/सुष्मिता थापा
बागेश्वर/देहरादून. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के एक पीआरओ को हटा दिए जाने की खबर शनिवार को आई. असल में यह मामला एक पत्र से जुड़ा हुआ है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इस पत्र में पीआरओ ने बागेश्वर एसपी से उन तीन ट्रकों पर की गई कार्रवाई निरस्त करने को कहा था, जिनका चालान काटा गया था. खड़िया से भरे तीन ट्रकों को छोड़ने के लिए कहने वाले इस पत्र के विवाद के बाद जानकारी के अनुसार संबंधित पीआरओ को हटा दिया गया है और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. वहीं, सदन में यह मुद्दा उठ सकता है. बताया जा रहा है कि तीनों गाड़ियों के चालान यातायात निरीक्षक शिवराज सिंह बिष्ट ने दयांगण आरे बाइपास पर किए, फिलहाल यातायात निरीक्षक के पद से पुलिस लाइन भेज दिया गया है.
दरअसल, मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट का बीते 8 दिसंबर को बागेश्वर पुलिस अधीक्षक को लिखा पत्र इंटरनेट पर वायरल हो गया. पत्र में तीन वाहनों के चालान निरस्त करने का आदेश दिया गया था. बिष्ट ने तीन वाहनों के नंबर पत्र में लिखकर कहा था कि इन पर की गई चालान कार्रवाई को निरस्त कर दिया जाए. इस पत्र की कॉपी न्यूज़18 के पास आई है, जो बिष्ट के हस्ताक्षर के साथ उनके लेटरहैड पर लिखा गया, हालांकि न्यूज़18 इस पत्र की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है. अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो चुकी है और सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चाएं भी.
कांग्रेस उठाएगी सदन में मुद्दा!
देहरादून से खबर है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेर सकती है. न्यूज़18 संवाददाता दीपांकर भट्ट के मुताबिक खनन के मामले में ट्रकों पर कार्रवाई की गई थी, जिसके संबंध में बिष्ट ने यह पत्र लिखा था. कांग्रेस ने कल भी यह मुद्दा उठाया था और आज भी बैठक के बाद इस मुद्दे को कांग्रेस सदन में उठाने की तैयारी कर रही है.
जांच के बाद सामने आएगा पत्र का सच
उत्तराखंड शासन ने इस पत्र की प्रामाणिकता को लेकर जांच के आदेश दिए हैं. इस पत्र में तीन वाहनों के नंबरों का उल्लेख बिष्ट ने किया था, जिन्हें कथित तौर पर एक भारतीय जनता युवा मोर्चा नेता का बताया जा रहा है. ऐसे में जबकि विधानसभा का सत्र चल रहा है, तब सदन के उपनेता करन महारा ने आरोप लगाया है कि चालान किए गए ट्रक भाजयुमो नेता के हैं. यह भी कहा जा रहा है कि चालान ओवरलोडिंग के चलते किए गए.
इधर, पुलिस का कहना है कि एक बार चालान कटने के बाद निरस्त नहीं किया जा सकता. पुलिस ने बताया कि चालानों को संभागीय परिवहन अधिकारी को भेज दिया गया है. यह भी जानकारी मिली है कि तीनों गाड़ियों के चालान वाहन स्वामी द्वारा जमा कर दिए गए हैं. लेकिन इस मामले में राजनीतिक विवाद तूल पकड़ सकता है. कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने कहा कि सरकार द्वारा ईमानदार अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है.
.
Tags: Bageshwar News, Pushkar Singh Dhami, Uttarakhand Government, Uttarakhand news