होम /न्यूज /उत्तराखंड /Uttarakhand Glacier Accident : सुंदरढूंगा से SDRF ने आखिरकार पांचों शव निकाले, लापता गाइड की तलाश जारी

Uttarakhand Glacier Accident : सुंदरढूंगा से SDRF ने आखिरकार पांचों शव निकाले, लापता गाइड की तलाश जारी

ग्लेशियरों पर बचाव कार्य करते राहतकर्मी.

ग्लेशियरों पर बचाव कार्य करते राहतकर्मी.

uttarakhand News : बागेश्वर ज़िले के ग्लेशियर रूट पर गायब हुए लोगों में से 5 के मारे जाने की बात​ पिछले करीब चार दिनों ...अधिक पढ़ें

    बागेश्वर. उत्तराखंड के इस पहाड़ी ज़िले पर स्थित सुंदरढूंगा से स्टेट डिजास्टर रिस्पॉंस फंड की टीमों ने मंगलवार की सुबह चार शव बरामद ​करने के बाद दोपहर तक एक और शव निकाल लिया. सोमवार को खबरें थीं कि यहां पांच लोगों के शव फंसे हुए देखे गए थे, जिनको निकालने का इंतज़ार किया जा रहा था. इन पांचों शवों को मंगलवार देर दोपहर तक बरामद कर लिये जाने की खबरें हैं. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी होने की बात कही जा रही है.

    सुंदरढूंगा में चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान एसडीआरएफ की टीम ने ग्रामीणों की 13 सदस्यों की टीम के साथ मिलकर पांच शव बरामद कर लेने में सफलता प्राप्त कर ली. सोमवार को देवीकुंड के पास यहां 5 लोगों के शव देखे गए थे, लेकिन मौसम खराब होने के चलते कल इन्हें निकाला नहीं जा सका था. आज सुबह मौसम कुछ ठीक होने के साथ ही सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया और टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर की मानें तो पांचों शव बरामद कर लिये गये हैं.

    क्या है ये पूरा मामला?
    असल में चार दिनों से यहां देखे गए पांच शवों को निकालने का अभियान मौसम के कारण रुका हुआ था. कापकोट के एसडीएम पारितोष वर्मा के हवाले से एक रिपोर्ट में लिखा गया कि देवीकुंड में देखे गए शवों को ​निकालना खराब मौसम के चलते संभव नहीं हो रहा था. शुक्रवार को भी एक एरियल सर्वे में यहां पांच शवों के होने की बात कही गई थी. बताया जा रहा है कि पांच ट्रेकिंग बंगाल के थे, जिनके साथ कापकोट निवासी एक गाइड खिलाफ सिंह भी लापता हो गया था. खिलाफ सिंह की तलाश अब भी की जा रही है.

    पूर्व विधायक की टीम को लौटाया गया
    इधर, इस मामले में चल रहे सर्च ऑपरेशन की चाल पर नाराज़गी जताते हुए पूर्व विधायक ललित फर्सवाण ने शनिवार को ‘अपने लोगों’ की मदद से एक 40 सदस्यीय टीम बनाकर भेजी थी, लेकिन ज़िला प्रशासन ने इस टीम को वापस भेज दिया. इस टीम को जाटोली के पास रोका गया और इनमें से केवल पांच लोगों को ही एसडीआरएफ के साथ आगे जाने की इजाजत दी गई.

    बागेश्वर के ज़िला मजिस्ट्रेट विनीत कुमार ने बताया कि 20 अक्टूबर की रात एक स्थानीय पोर्टर ने बताया था कि एक पोर्टर और अन्य पांच लोगों की मौत हो गई थी. इस पोर्टर द्वारा दी गई सूचना के आधार पर यहां सर्चिंग की जा रही थी. गौरतलब है कि इससे पहले उत्तरकाशी के हर्षिल ग्लेशिर पर भी लापता ट्रेकरों के 10 से ज़्यादा शव मिल चुके थे.

    Tags: Bageshwar, SDRF, Trekker-Porter Incident, Uttarakhand news

    टॉप स्टोरीज
    अधिक पढ़ें