चमोली ज़िले में रेस्क्यू अभियान चलाकर 5 ट्रेकरों की जान बचाई गई.
नितिन सेमवाल
जोशीमठ. उत्तराखंड के चमोली ज़िले के पहाड़ में ट्रेकिंग के लिए पहुंच पांच ट्रेकरों को काकभुशुंडी पर्वत की लेक से मंगलवार को रेस्क्यू किया गया. इस अभियान पर जानकारों ने कहा कि बड़ा हादसा होने से टल गया. ये सभी ट्रेकर हरियाणा के हैं, जो दो दिन पहले ट्रेकिंग के लिए गए थे और पांचों ट्रेकर झील में फंस गए. रेस्क्यू अभियान में स्थानीय लोगों के साथ ही बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारी और डेक्कन कंपनी के हेलीकॉप्टर दल की प्रमुख भूमिका रही और इन सभी की तारीफ की जा रही है.
मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार की सक्रियता से डेक्कन कंपनी के हेलीकॉप्टर ने काकभुशुंडी लेक से रेस्क्यू कर 5 ट्रेकरों की जान बचाई. दो दिन पहले ट्रेकिंग के लिए जाने वाले ये लोग लेक में फंस गए थे. मंगलवार को सभी ट्रेकर स्थानीय नागरिक विनीत सनवाल के संपर्क में आए और अपने फंसे होने की सूचना दी. सनवाल ने तुरंत बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार को इस बारे में बताया. पंवार ने भी तुरत फुरत डेक्कन चार्टर कंपनी से रेस्क्यू की अपील की.
कुछ ही घंटों में ऐसे हुआ रेस्क्यू
फंसे हुए ट्रेकर गुड़गांव हरियाणा के बताए गए हैं, जिनमें गौरव शर्मा, रितुराज, धीरेन्द्र सिंह, डॉ. अंजू और चेतना नेगी शामिल हैं. सभी को गोविंद घाट हेलीपैड लाकर गंतव्य की तरफ रवाना किया गया. मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि पंवार ने डेक्कन चार्टर हेली सेवा के मैनैजर दीपक शर्मा से बहुत कम दर के अनुसार रेस्क्यू कार्य शुरू करवाकर ट्रेकरों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई.
इस रेस्क्यू अभियान को पायलट एनए विनोद ने संचालित किया. इधर, पंवार ने बताया कि अभियान में स्थानीय लोगों की सतर्कता ट्रेकरों के काम आई वरना बड़ा हादसा भी हो सकता था क्योंकि इन ट्रेकिंग इलाकों में संपर्क होना बड़ा मुश्किल हो जाता है.
.
Tags: Trekker-Porter Incident, Uttarakhand Tourism