नितिन सेमवाल
जोशीमठ. बद्रीनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों में हृदयगति रुकने से अब तक चार की मौत हो चुकी है. कुल मिलाकर चार धाम यात्रा में अब तक कम से कम 23 मौतें हो चुकी हैं और ऐसे में इंतज़ामों की बात की जाए तो राज्य सरकार की पोल खुल रही है. स्वास्थ्य विभाग लाख दावे कर रहा हो लेकिन चार धाम यात्रा मार्गों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती नहीं हो सकी है. इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा के लिए मंत्रियों सुबोध उनियाल व धनसिंह रावत को प्रभारी बना दिया है.
बद्रीनाथ धाम की यात्रा पर काल के गाल में समाने वाले 4 तीर्थ यात्रियों में हरियाणा के सीकर, पानीपत और दिल्ली के एक एक व्यक्ति की शिनाख्त हुई है जबकि हृदय गति रुकने से मारे गए एक व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकी. ताज़ा केस में मंगलवार को बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हेलंग के पास एक तीर्थ यात्री संदीप की मौत हुई. परिजनों ने बताया कि जोशीमठ के सामुदायिक केंद्र में संदीप को मृत घोषित किया गया. लगभग 13 घंटे बीतने के बाद भी संदीप का पोस्टमार्टम नहीं हो सका.
ऐसे खुल रही है तैयारियों की पोल
बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के मुख्य पड़ाव जोशीमठ में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी है. स्थिति यह है कि बद्रीनाथ धाम की यात्रा पड़ाव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 4 चिकित्सकों की तैनाती है, लेकिन हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं है, जबकि धाम में अधिकांश मौतें हृदय रोगों से जुड़ी हैं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ में 9 डॉक्टर हैं. यात्रा से पहले स्वास्थ्य विभाग ने यहां विशेषज्ञों की तैनाती की बात कही थी, पर अभी तक एक भी विशेषज्ञ नहीं है.
यात्रियों की मौतों के बाद डॉक्टर और सरकार सलाह दे रहे हैं कि बिना डॉक्टरी सलाह के तीर्थ यात्री बद्रीनाथ या अन्य धामों में न जाएं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ के डॉक्टर आशीष गुसाई का कहना है कि मैदानी इलाकों से तीर्थ यात्री हाई अल्टीट्यूड में पहुंच रहे हैं. ऑक्सीजन लेवल यात्रियों का कम हो रहा है इसलिए हृदयगति संबंधी परेशानियां हो रही हैं.
ब्रेक फेल होने से यात्रियों का वाहन पलटा
उत्तरकाशी संवाददाता बलबीर परमार ने बताया कि लम्बगांव मोटर मार्ग से केदारनाथ धाम जा रहे यात्रियों का एक वाहन धौंत्री बाजार में अचानक सड़क पर पलट गया. बताया गया कि ब्रेक फेल होने की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुए वाहन में दिल्ली के यात्री सवार थे. हालांकि सभी यात्री सुरक्षित बताए गए हैं, कुछ को मामूली चोटें आईं. वाहन पलटने से पूरे बाज़ार में काफी देर तक जाम की स्थिति बनी रही.
मंत्रियों को सौंपी गई ज़िम्मेदारी
केदारनाथ यात्रा के लिए राज्य के स्वास्थ्य व शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत और बद्रीनाथ यात्रा के लिए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को व्यवस्थाएं पुख्ता करने का ज़िम्मा दिया गया है. इन दोनों धामों में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के चलते बनी अव्यवस्थाओं के मद्देनज़र यह फैसला धामी सरकार ने किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने यात्रा के लिए व्यवस्थित गाइडलाइन जारी करने के निर्देश भी दिए.
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Tags: Badrinath Dham, Char Dham Yatra, Uttarakhand Government
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