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Chamoli News: यहां है एक रहस्यमयी झील, जहां मछलियां नहीं, देखने को मिलेंगे नरकंकाल

रूपकुंड झील चमोली जिले में है.

रूपकुंड झील चमोली जिले में है.

उत्तराखंड के चमोली में एक ऐसी झील है, जहां पर मछलियां नहीं बल्कि नर कंकाल देखने को मिलते हैं. इस झील को कंकालों की झील ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: सोनिया मिश्रा

चमोली: उत्तराखंड के चमोली में रूपकुंड झील है, जहां आपको मछली नहीं बल्कि झील के चारो ओर नर कंकाल देखने को मिलेंगे. एडवेंचर से जुड़े लोग दूर दूर से इस झील को देखने के लिए यहां पहुंचते हैं. झील पर पांच सौ से अधिक मानव कंकाल हैं, इसलिए इसको ‘कंकालों की झील’ भी कहा जाता है. यह स्थान निर्जन है और हिमालय पर लगभग 5029 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

इन कंकालों को 1942 में नंदा देवी शिकार आरक्षण के रेंजर एचके माधवल ने पुनः खोज निकाला था. बताया जाता है कि ये हड्डियां 19वीं सदी के उत्तरार्ध की हैं. इससे पहले विशेषज्ञों द्वारा यह माना जाता था कि जिन लोगों की यहां हड्डियां मौजूद हैं, उनकी मौत महामारी, भूस्खलन या बर्फीले तूफान से हुई होगी. लेकिन 1960 के दशक में हुई कार्बन डेटिंग ने संकेत दिए कि वे लोग 12वीं से 15वीं सदी के बीच के होंगे. उसके बाद 2004 में भारतीय और यूरोपीय वैज्ञानिकों के दल ने इस स्थान का दौरा किया, ताकि उन कंकालों के बारे में अधिक जानकारी मिल सके. उसके बाद हैदराबाद, पुणे और लंदन के वैज्ञानिकों ने यह निर्धारित किया कि लोग बीमारी से नहीं बल्कि अचानक आई ओलावृष्टि अथवा आंधी से मरे थे.

2021 की मीडिया रिपोर्ट

बीबीसी की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 600-800 लोगों के कंकाल इस झील पर पाए जा चुके हैं. बर्फ में दबे रहने के कारण उनमें से कुछ पर अब भी मांस लगे मिल रहे हैं. सरकार अक्सर इस झील को रहस्यमयी झील बताती है, क्योंकि इसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है. साल 1942 में ब्रिटिश रेंजर्स को यहां सबसे पहले कंकाल नजर आए थे. तब से यह सिलसिला अब तक जारी है.

महिलाओं के लोकगीत में है वर्णन

हिमालय पर रहने वाली महिलाओं के एक प्रसिद्ध लोकगीत में एक माता का वर्णन आता है. लोकगीत के मुताबिक, देवी बाहर से आने वाले लोगों पर गुस्सा करती थीं, क्योंकि वे पहाड़ की सुंदरता को खराब करते थे और गुस्से में आकर माता ने भयंकर ओलों की बारिश करवाई. इसके कारण कई लोगों की जानें गई थीं और 2004 की रिसर्च भी यहीं बताती है कि भयंकर ओलावृष्टि से इन लोगों की जान गई होगी. रूपकुंड झील का रहस्य आज भी झील के अंदर ही कहीं दफन है. लोग कहते हैं कि यहां आज भी बेहद चौंकाने वाली और रहस्यमयी घटनाएं होती रहती हैं.

Tags: Chamoli News, Uttarakhand news, Uttarakhand Tourism

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