अंतरराष्ट्रीय एंगलिंग प्रतियोगिता से पंचेश्वर में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

Photo: Etv/Pradesh18
उत्तराखंड के चम्पावत जिले के पंचेश्वर में अंतरराष्ट्रीय एंगलिंग प्रतियोगिता शुरू हो रही है.
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: October 23, 2016, 2:08 PM IST
उत्तराखंड के चम्पावत जिले के पंचेश्वर में अंतरराष्ट्रीय एंगलिंग प्रतियोगिता शुरू हो रही है.
1999 के बाद फिर से शुरू हो रही इस प्रतियोगिता में देश और विदेशों के एक दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जो दो दिनों तक गोरी, काली धौली सरयू रामगंगा नदीयों में मत्स्य आखेट (मछली का शिकार) करते दिखाई देंगे.
केएमवीएन के जीएम त्रिलोक मर्तोलिया ने ईटीवी/प्रदेश18 से बातचीत में बताया की राज्य सरकार पर्यटन विभाग व केएमवीएन इस प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है. जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
आपको बताते चलें की लोहाघाट का पंचेश्वर क्षेत्र महाशीर मछलियों के लिए जाना जाता है कुछ सालों पहले तक यहां अंतरराष्ट्रीय मत्स्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता था, लेकिन कुछ वर्षों से इसमें कमी आ गई थी. अब एक बार फिर इस नदी में मछली पकड़ने के सौकिन एंगलिंग का मौज ले सकते है.जीएम कुमाऊं मंडल विकास निगम ने कहा की इस तरह की प्रतियोगिता कराए जाने से ना सिर्फ मछलियों पकड़ने वाले खिलाड़ी यहां आएंगे बल्कि यहां देश भर से पर्यटक भी पहुचेंगे इसके साथ ही राफ्टिंग कराना भी केएमवीएन का अगला लक्ष्य है.
1999 के बाद फिर से शुरू हो रही इस प्रतियोगिता में देश और विदेशों के एक दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जो दो दिनों तक गोरी, काली धौली सरयू रामगंगा नदीयों में मत्स्य आखेट (मछली का शिकार) करते दिखाई देंगे.
केएमवीएन के जीएम त्रिलोक मर्तोलिया ने ईटीवी/प्रदेश18 से बातचीत में बताया की राज्य सरकार पर्यटन विभाग व केएमवीएन इस प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है. जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
आपको बताते चलें की लोहाघाट का पंचेश्वर क्षेत्र महाशीर मछलियों के लिए जाना जाता है कुछ सालों पहले तक यहां अंतरराष्ट्रीय मत्स्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता था, लेकिन कुछ वर्षों से इसमें कमी आ गई थी. अब एक बार फिर इस नदी में मछली पकड़ने के सौकिन एंगलिंग का मौज ले सकते है.जीएम कुमाऊं मंडल विकास निगम ने कहा की इस तरह की प्रतियोगिता कराए जाने से ना सिर्फ मछलियों पकड़ने वाले खिलाड़ी यहां आएंगे बल्कि यहां देश भर से पर्यटक भी पहुचेंगे इसके साथ ही राफ्टिंग कराना भी केएमवीएन का अगला लक्ष्य है.