Uttarakhand News: जंगल की आग को बुझाने के लिए उत्तराखंड पहुंचे 2 हेलीकॉप्टर, देखें Video

Uttarakhand News: हेलीकॉप्टर की मदद से जंगल की आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा है. यह आग तेजी से अन्य क्षेत्रों को भी अपनी चपेट में ले रहा है.
Uttarakhand News: हेलीकॉप्टर की मदद से जंगल की आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा है. यह आग तेजी से अन्य क्षेत्रों को भी अपनी चपेट में ले रहा है.
- News18 Uttarakhand
- Last Updated: April 6, 2021, 6:52 PM IST
देहरादून. उत्तराखंड (Uttarakhand) के जंगलों में लगी आग कम होने के बजाए विकराल रूप ही लेती जा रही है. इससे वन क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों के साथ-साथ सरकार की भी चिंता बढ़ गई है. अब जंगल की आग धीरे-धीरे आबादी क्षेत्रों में भी पहुंचने लगी है. एनडीआरएफ (NDRF) की तैनाती का भी फैसला लिया गया है. साथ ही वन विभाग के सभी अफसरों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. इसी बीच खबर है कि आग को बुझाने के लिए दो हेलीकॉप्टर उत्तराखंड पहुंच गए हैं. इनका इस्तेमाल आग बुझाने में किया जा रहा है. इसके लिए अधिकारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं. गढ़वाल में आईएफएस धर्म सिंह मीणा और कुमांऊ में आईएफएस टीआर बिजूलाल (IFS TR Bijulal) इस ऑपरेशन के नोडल अफसर होंगे.
बता दें कि उत्तराखंड में अभी 40 जगहों पर आग लगी है. चौबीस घंटों में ही 63 हेक्टेअर जंगल बर्बाद हो गए हैं. वहीं, आग बुझाने के लिए 12 हजार कर्मचारी जुटे हुए हैं. 'फायर वॉचर्स' को 24 घंटे निगरानी रखने को कहा गया है. पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक करके उनसे सूखी झाड़ियां साफ करवाई जा रही हैं. वहीं, महाकुंभ मेला क्षेत्र के बैरागी कैंप में रविवार को एक बार फिर आग लगने से कई झोपड़ियां राख हो गईं. पुलिस ने बताया कि हवा के कारण आग तेजी से फैल रही है. बजरी वाला बस्ती में लगी आग पर काबू पाने में दमकल की छह गाड़ियों को मशक्कत करनी पड़ी.
जंगल आग की चपेट में आ गए थे
गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक आग ने तांडव मचाया है. राज्य सरकार अब आग बुझाने के लिए एयर फोर्स की मदद लेने जा रही है. एयर फोर्स ने राज्य सरकार की रिक्वेस्ट पर दो हेलीकॉप्टर देने को हरी झंडी दी. ये चॉपर ऑन डिमांड हर समय तैनात रहेंगे. मुख्य वन संरक्षक, फॉरेस्ट फायर मान सिंह का कहना है कि हम ग्राउंड प्लान तैयार कर रहे हैं.
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में जंगल में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है. तापमान ज्यादा होना भी इसकी एक वजह बताई जाती है. हालांकि, इस तरह की घटनाओं ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं और इससे निपटना चुनौती बनती जा रही है.
बता दें कि उत्तराखंड में अभी 40 जगहों पर आग लगी है. चौबीस घंटों में ही 63 हेक्टेअर जंगल बर्बाद हो गए हैं. वहीं, आग बुझाने के लिए 12 हजार कर्मचारी जुटे हुए हैं. 'फायर वॉचर्स' को 24 घंटे निगरानी रखने को कहा गया है. पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक करके उनसे सूखी झाड़ियां साफ करवाई जा रही हैं. वहीं, महाकुंभ मेला क्षेत्र के बैरागी कैंप में रविवार को एक बार फिर आग लगने से कई झोपड़ियां राख हो गईं. पुलिस ने बताया कि हवा के कारण आग तेजी से फैल रही है. बजरी वाला बस्ती में लगी आग पर काबू पाने में दमकल की छह गाड़ियों को मशक्कत करनी पड़ी.
गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक आग ने तांडव मचाया है. राज्य सरकार अब आग बुझाने के लिए एयर फोर्स की मदद लेने जा रही है. एयर फोर्स ने राज्य सरकार की रिक्वेस्ट पर दो हेलीकॉप्टर देने को हरी झंडी दी. ये चॉपर ऑन डिमांड हर समय तैनात रहेंगे. मुख्य वन संरक्षक, फॉरेस्ट फायर मान सिंह का कहना है कि हम ग्राउंड प्लान तैयार कर रहे हैं.
#WATCH: Indian Air Force's helicopter participates in fire fighting operations in nearby jungles in Koti Colony area of Tehri Garhwal. Water collected from Tehri lake being sprinkled with the help of a 5000-litre capacity bucket. In 1st round, water sprinkled in forest in Adwani. pic.twitter.com/hp5DlO5o6f
— ANI (@ANI) April 5, 2021
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में जंगल में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है. तापमान ज्यादा होना भी इसकी एक वजह बताई जाती है. हालांकि, इस तरह की घटनाओं ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं और इससे निपटना चुनौती बनती जा रही है.