पंचायत चुनावों के महीने भर बाद आज दिलाई जाएगी ग्राम पंचायत सदस्यों, प्रधानों को पद-गोपनीयता की शपथ

पंचायत चुनाव परिणाम घोषित होने के करीब एक महीने बाद आज प्रदेश भर में ग्राम पंचायत सदस्यों और ग्राम प्रधानों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी.
ग्राम पंचायतों के 55,574 पदों में से आधे से ज़्यादा यानी 30,600 पदों पर किसी भी प्रत्याशी ने चुनाव ही नहीं लड़ा. इसकी वजह से यह पद अब भी खाली पड़े हुए हैं.
- News18 Uttarakhand
- Last Updated: November 27, 2019, 11:05 AM IST
देहरादून. पंचायत चुनाव परिणाम घोषित होने के करीब एक महीने बाद आज प्रदेश भर में ग्राम पंचायत सदस्यों और ग्राम प्रधानों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी. कल यानी गुरुवार को ग्राम पंचायतों की पहली बैठकें आयोजित की जाएंगी. शपथ ग्रहण समारोह ब्लॉक या न्याय पंचायत स्तर पर आयोजित किए जा रहे हैं, खण्ड विकास अधिकारी इन नवनिर्वाचित ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधानों को शपथ दिलाएंगे.
बता दें कि उत्तराखंड में हरिद्वार छोड़ 12 ज़िलों में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार बड़ा तकनीकी पेंच फंसा हुआ है. इन चुनावों में ग्राम पंचायतों के 55,574 पदों में से आधे से ज़्यादा यानी 30,600 पदों पर किसी भी प्रत्याशी ने चुनाव ही नहीं लड़ा. इसकी वजह से यह पद अब भी खाली पड़े हुए हैं.
इन पदों के खाली होने से यह एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है. आज भले ही प्रदेश भर में ग्राम पंचायतों में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होंगे लेकिन इसके बावजूद 60 फ़ीसदी ग्राम सभाओं का गठन नहीं हो पाएगा. इसकी वजह यह है कि पंचायत सदस्यों के अधिकांश पद खाली पड़े होने के कारण ग्राम सभाओं का कोरम पूरा नहीं हो पाएगा.इसके अलावा भी करीब डेढ़ सौ से अधिक ग्राम सभाओं में ग्राम प्रधान पद पर भी किसी भी प्रत्याशी ने चुनाव नहीं लड़ा है. कुल मिलाकर ग्राम पंचायतों का यह शपथ ग्रहण औपचारिकता भर से ज्यादा नहीं.
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बता दें कि उत्तराखंड में हरिद्वार छोड़ 12 ज़िलों में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार बड़ा तकनीकी पेंच फंसा हुआ है. इन चुनावों में ग्राम पंचायतों के 55,574 पदों में से आधे से ज़्यादा यानी 30,600 पदों पर किसी भी प्रत्याशी ने चुनाव ही नहीं लड़ा. इसकी वजह से यह पद अब भी खाली पड़े हुए हैं.
इन पदों के खाली होने से यह एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है. आज भले ही प्रदेश भर में ग्राम पंचायतों में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होंगे लेकिन इसके बावजूद 60 फ़ीसदी ग्राम सभाओं का गठन नहीं हो पाएगा. इसकी वजह यह है कि पंचायत सदस्यों के अधिकांश पद खाली पड़े होने के कारण ग्राम सभाओं का कोरम पूरा नहीं हो पाएगा.इसके अलावा भी करीब डेढ़ सौ से अधिक ग्राम सभाओं में ग्राम प्रधान पद पर भी किसी भी प्रत्याशी ने चुनाव नहीं लड़ा है. कुल मिलाकर ग्राम पंचायतों का यह शपथ ग्रहण औपचारिकता भर से ज्यादा नहीं.
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First published: November 27, 2019, 11:05 AM IST
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