देहरादून. उत्तराखंड का खाद्य सुरक्षा विभाग उत्तर प्रदेश से आ रहे फूड प्रोडक्ट्स को लेकर सबसे ज्यादा परेशान है. इस बीच राज्य की राजधानी देहरादून में पिछले एक साल में 400 से ज्यादा केस ऐसे आ गये हैं, जहां पनीर से लेकर दूध तक में मिलावट पाई गयी है, जोकि आपकी सेहत से खिलवाड़ की बड़ी वजह है. यही नहीं, इसी साल अप्रैल में खाद्य सुरक्षा विभाग ने देहरादून में 500 किलो मिलावटी पनीर भी पकड़ा था, जिसकी सप्लाई यूपी से की गई थी. यही नहीं, विभाग अक्सर इस तरह की कार्रवाई करता रहता है.
अगर आप दूध-दही या फिर पनीर की खरीददारी करते समय सतर्क नहीं है तो यह खबर आपकी आंखें खोलने के लिए काफी है. राज्य में 70 फीसदी फूड प्रोडक्ट उत्तर प्रदेश समेत पड़ोसी राज्यों से आते हैं. यही उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग की परेशानी की बड़ी वजह है. दरअसल पिछले एक साल में 443 सैम्पल में से 116 फेल पाये गये हैं, जिनमें अलग-अलग मामलों में सीजेएम कोर्ट में केस चल रहा है.
हैरानी की बात यह है कि अकेले मई में ही पनीर के 9 सैम्पल फेल पाये गये, जिन्हें खाद्य सुरक्षा विभाग ने नष्ट किया. खास बात यह है कि यह सभी उत्तर प्रदेश से हैं. बता दें कि उत्तराखंड में यूपी के अलावा हरियाणा से भी दूध की सप्लाई होती है.
जानें कैसे होता है मिलावट का खेल
वहीं, डेरी एसोसिएशन से जुड़े रोहित राणा का मानना है कि मिलावट दूधिए नहीं करते बल्कि आते समय बीच रास्तों में ही की जाती है. कम दाम में मिल रहा फूड प्रोडक्ट जाहिर तौर पर मिलावटी ही होगा. इसके साथ उन्होंने कहा कि जिन पर कार्रवाई और चेकिंग की जिम्मेदारी है, वह फूड प्रोडक्ट के लिए बने मापदंड फॉलों करें. इसके साथ कहा कि सस्ते दाम के चक्कर में हम अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रह हैं. खासतौर पर बाहरी राज्यों से आ रहे फूड प्रोडक्ट पर तो पैनी नजर रखने की जरूरत है.
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