उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल सभी जानते हैं, खास तौर पर पहाड़ी जिलों में तो हालत बेहद खराब हैं. नए डॉक्टर पहाड़ चढ़ना नहीं चाहते और पुराने वहां नजर नहीं आते हैं. मजबूर होकर मरीज को मैदान की ओर दौड़ना पड़ता है. ऐसे में चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य की स्थिति कैसी होगी, ये चिंता का विषय बना हुआ है. उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बीमारी और दुर्घटना की स्थिति में इलाज के लिए देहरादून, हल्द्वानी या दिल्ली जाना पड़ता है. पहाड़ की जनता मान चुकी है कि हालात बदलने वाले नहीं हैं.
चारधाम यात्रा के नाम पर जो तीर्थयात्री उत्तराखंड आएंगे. कम से कम उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें. इस मामले पर जब स्वास्थ्य महानिदेशक अर्चना श्रीवास्तव से पूछा गया, तो उन्होंने दावे किए कि चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को हर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया की जाएंगी.
अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान यमनोत्री और केदारनाथ ऊंचाई में स्थित हैं जिनके कारण लोगों को काफी परेशानी होती है. इसलिए इस बार स्वास्थ्य विभाग इन मार्गों पर मुस्तैद रहेगी. इसके साथ ही धामों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों को स्टूडियो क्लीनिक से टिहरी और देहरादून से जोड़ा जाएगा, ताकि यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें.
इस मामले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए प्रशासन मुश्तैदी के साथ लगा हुआ है. उन्होंने बताया कि सरकार चारधाम यात्रियों को हर सुविधा देने के लिए कारगर तरीके से काम कर रही है.
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FIRST PUBLISHED : April 11, 2018, 15:30 IST