उत्तराखंड में बर्ड फ्लू को लेकर हाई अलर्ट, वन विभाग और पशुपालन विभाग ने बनाई रणनीति

पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने भी मंगलवार को पशुपालन विभाग की मीटिंग बुलाकर हालात की समीक्षा की. (सांकेतिक फोटो)
फॉरेस्ट डिपार्टमेंट (Forest Department) के चीफ राजीव भरतरी का कहना है कि मामलों की डे टू डे मॉनिटियरिंग के निर्देश दिए गए हैं. कुमाऊं और गढ़वाल चीफ के साथ ही चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन पूरे हालात पर नजर रखेंगे.
- News18 Uttarakhand
- Last Updated: January 13, 2021, 10:32 PM IST
देहरादून. उत्तराखंड (Uttarakhand) में बर्ड फ्लू (Bird Flu) को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. वाइल्ड बर्ड पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट तो डोमिस्टिक बर्ड पर पशुपालन विभाग फोकस करेगा. उत्तराखंड में करीब पांच सौ कौवों व अन्य पक्षियों की मौत के बाद सोमवार शाम भोपाल स्थित लैब से रिपोर्ट आने के बाद बर्ड प्लू की भी पुष्टि हो गई. इसके बाद से मामले से जुड़े सभी डिपार्टमेंट अलर्ट मोड (Alert Mode) पर आ गए. वन विभाग ने जिलों में किसी एक डीएफओ को नोडल अफसर अपॉइंट करने के निर्देश जारी किए हैं. किसी भी असमान्य घटना पर तत्काल सूचना देने को कहा गया है. आम लोगों से भी अपील की जा रही है कि वो मरे पक्षियों को टच न करें.
वेटलैंड में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. जरूरत पड़ने पर वेटलैंड में ड्रोन से भी पक्षियों पर नजर रखने को कहा गया है. फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के चीफ राजीव भरतरी का कहना है कि मामलों की डे टू डे मॉनिटियरिंग के निर्देश दिए गए हैं. कुमाऊं और गढ़वाल चीफ के साथ ही चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन पूरे हालात पर नजर रखेंगे. दूसरी ओर पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने भी मंगलवार को पशुपालन विभाग की मीटिंग बुलाकर हालात की समीक्षा की.
एवरनेस कैंप भी आयोजित कर रहा हैबताया गया कि राज्य में डोमेस्टिक बर्ड में अभी तक संक्रमण का कोई केस नहीं मिला है. पिरान कलियर में कुछ मुर्गियों की मौत जरूरी हुई है लेकिन, इनमें मौतों का कारण बुखार बताया गया है. एहतियातन इनके सैंम्पल लेकर बरेली लैब को भेज दिए गए हैं. वन विभाग बर्ड प्लू के मद्देनजर अतिरिक्त बजट भी रिलीज करने जा रहा है. वहीं, पशुपालन विभाग ने बर्ड प्लू को लेकर पैदा हुए डर और भ्रांतियों को दूर करने के लिए 14 जनवरी को विशेषज्ञों की मौजूदगी में पोल्ट्री सेक्टर के लोगों के लिए एवरनेस कैंप भी आयोजित कर रहा है.
वेटलैंड में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. जरूरत पड़ने पर वेटलैंड में ड्रोन से भी पक्षियों पर नजर रखने को कहा गया है. फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के चीफ राजीव भरतरी का कहना है कि मामलों की डे टू डे मॉनिटियरिंग के निर्देश दिए गए हैं. कुमाऊं और गढ़वाल चीफ के साथ ही चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन पूरे हालात पर नजर रखेंगे. दूसरी ओर पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने भी मंगलवार को पशुपालन विभाग की मीटिंग बुलाकर हालात की समीक्षा की.
एवरनेस कैंप भी आयोजित कर रहा हैबताया गया कि राज्य में डोमेस्टिक बर्ड में अभी तक संक्रमण का कोई केस नहीं मिला है. पिरान कलियर में कुछ मुर्गियों की मौत जरूरी हुई है लेकिन, इनमें मौतों का कारण बुखार बताया गया है. एहतियातन इनके सैंम्पल लेकर बरेली लैब को भेज दिए गए हैं. वन विभाग बर्ड प्लू के मद्देनजर अतिरिक्त बजट भी रिलीज करने जा रहा है. वहीं, पशुपालन विभाग ने बर्ड प्लू को लेकर पैदा हुए डर और भ्रांतियों को दूर करने के लिए 14 जनवरी को विशेषज्ञों की मौजूदगी में पोल्ट्री सेक्टर के लोगों के लिए एवरनेस कैंप भी आयोजित कर रहा है.