देहरादून. आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में दीपक बाली को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद सक्रिय होकर काम करना शुरू कर दिया है और अब संगठन को मज़बूत करना प्राथमिकता है. शुक्रवार 6 मई को कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और धनौल्टी से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे जोत सिंह बिष्ट और उनके बेटे को आप में शामिल कर लिया गया. शुक्रवार सुबह ही कांग्रेस के सभी पदों से मुक्त होकर बिष्ट ने आप का दामन दिल्ली में थामा. उन्हें पार्टी के शीर्ष नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिलाई.
इस मौके पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली ने बयान जारी करते हुए कहा कि पार्टी का परिवार प्रदेश में लगातार बढ़ रहा है और अरविंद केजरीवाल की नीतियों को लोग समझने लगे हैं. उन्होंने कहा कि बिष्ट द्वारा आप पार्टी का दामन थामने से एक ओर आप मज़बूत होगी, वहीं सालों के उनके अनुभव से पार्टी को नई ताकत मिलेगी.
‘कांग्रेस डूबता हुआ जहाज़’
‘जोत सिंह बिष्ट एक सुलझे नेता हैं, जिनका प्रदेश के लिए एक बड़ा विजन है और उन्होंने आप पार्टी का दामन थामकर प्रदेश के लिए अपनी सोच उजागर की है.’ उन्होंने आगे कहा कि आप काम करने वाली पार्टी है और ऐसे लोग जो काम का विजन रखते हैं, उन सभी का पार्टी में स्वागत है. बाली ने कांग्रेस को डूबता हुआ जहाज़ बताते हुए कहा कि उस पर सवार होना डूबने के समान है.
बाली ने यह भी कहा कि कांग्रेस में सच्चे कार्यकर्ताओं की कद्र नहीं है, जिसका सबूत बिष्ट का पार्टी को अलविदा कहना है. अब देहरादून स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया शनिवार को जोत सिंह बिष्ट और उनके बेटे का पार्टी जॉइन करने पर स्वागत करेंगे.
40 साल कांग्रेस के वफादार रहे बिष्ट, लेकिन…
बिष्ट ने कांग्रेस के भीतर कलह, भितरघात, गुटबाज़ी और विचारधारा से भटकने जैसे आरोप लगाकर पार्टी छोड़ी. उन्होंने खुद भी कहा कि वह 40 साल तक पार्टी से जुड़े रहे लेकिन अब उन्हें कोई वजह नजर नहीं आती. यूपी और फिर उत्तराखंड की राजनीति में 40 साल तक कांग्रेस में रहने वाले बिष्ट ने 2012 में तब निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था, जब कांग्रेस ने उन्हें धनौल्टी से टिकट नहीं दिया था. हालांकि कुछ ही समय में वह वापस कांग्रेस में आ गए थे.
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