उत्तराखंड में तीर्थ यात्रा 18 सितंबर से शुरू होगी.
देहरादून. उत्तराखंड में लंबे समय से प्रतीक्षित चार धाम यात्रा को हाई कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धामों में श्रद्धालुओं के स्वागत का ऐलान करते हुए कहा कि 18 सितंबर से यात्रा शुरू हो जाएगी. चार धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब यात्रा भी शनिवार से ही शुरू होगी. लेकिन अब सवाल यह है कि अगर आपको चार धाम यात्रा पर जाना है, तो आपके लिए क्या ज़रूरी या अनिवार्य नियम, कायदे और तरीके हैं? तीर्थ यात्रा के लिए सबसे पहले आपको पूर्व रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. आपको बताते हैं कि यह पूरी प्रक्रिया क्या है.
श्रद्धालु इस वेबसाइट पर करवाएं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
अगर आप उत्तराखंड में तीर्थ यात्रा के लिए जा रहे हैं तो पहले ही देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना आपके लिए अनिवार्य होगा. बोर्ड को रजिस्ट्रेशन की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है और इस रजिस्ट्रेशन के बगैर यात्रियों को धाम में अनुमति नहीं मिलेगी. रजिस्ट्रेशन करवाने की पूरी प्रक्रिया इस तरह है :
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1. सबसे पहले आप Badrinath-kedarnath.gov.in वेबसाइट पर लॉगिन करें.
2. लॉगिन करने के लिए आपको अपना वैध मोबाइल नंबर वेबसाइट पर दर्ज करना होगा.
3. इसके बाद आप एक पासवर्ड जनरेट कर सकेंगे और एक कैप्चा टाइप करने के बाद लॉगिन हो जाएंगे.
4. लॉगिन के बाद आपके दिए गए मोबाइल नंबर के ज़रिए वेरिफिकेशन होगा इसलिए अपना मोबाइल चालू रखें.
5. एक ओटीपी के साथ मोबाइल या फिर दिए गए ईमेल के माध्यम से वेरिफिकेशन प्रक्रिया होगी.
इस बात का खास खयाल रखें कि मोबाइल नंबर वैध भारतीय नंबर ही हो. दूसरी ज़रूरी बात है कि आपको पूजा, पाठ, आरती, भोग या रुकने ठहरने संबंधी बुकिंग आदि के लिए इसी तरह रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा. इस रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में कोई समस्या आती है तो उसके लिए बोर्ड की वेबसाइट पर एक संपर्क ईमेल भी दिया गया है.
कौन से यात्री कर सकते हैं तीर्थ यात्रा?
चार धाम यात्रा के लिए हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक आने वाले श्रद्धालुओं के संबंध में कुछ निर्देश स्पष्ट कर दिए गए हैं. शनिवार से शुरू हो रही यात्रा के तहत हर एक दिन केदारनाथ में 800, बद्रीनाथ में 1200, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 से ज़्यादा तीर्थ यात्रियों को अनुमति नहीं दी जा सकेगी. इसके अलावा कुछ और भी बातें ध्यान में ज़रूर रखें.
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1. आप तभी यात्रा कर पाएंगे जब आपने वैक्सीन के दोनों डोज़ लगवा लिये हों, उनका सर्टिफिकेट आपके पास हो.
2. तीर्थ यात्री किसी भी कुंड में स्नान नहीं कर सकेंगे.
3. तीर्थ यात्रियों को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट भी अपने साथ कैरी करनी होगी.
4. फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य कोरोना नियमों का पालन न करने वाले तीर्थ यात्रियों पर जुर्माने और सज़ा तक के प्रावधान लागू हैं.
इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए आप रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन के बाद आपको एक ई-पास की तरह का दस्तावेज़ मिल जाएगा, जिसे तीर्थ यात्रा की पूरी अवधि के दौरान आपको साथ रखना होगा. ये तमाम प्रक्रियाएं और शर्तें अगले आदेश तक के लिए लागू हैं.
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Tags: Char Dham Yatra, Registration Certificate, Uttarakhand news
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