उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) का व्यवहार अन्य प्रदेशों की पुलिस से बेहतर है. क्राइम (Crime) के मामले निपटाने में भी उत्तराखंड देश के कई राज्यों की पुलिस से आगे है. एनसीआरबी (NCRB) की सर्वे रिपोर्ट (Survey Report) में उत्तराखंड की पुलिस को कई बिंदुओं पर श्रेष्ठ बताया गया है. राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो (National Crime Records Bureau) यानि एनसीआरबी ने देश के 22 राज्यों की पुलिस के काम को लेकर सर्वे करवाया है. एनसीआरबी ने पुलिसकर्मियों का अपने सहयोगियों के साथ व्यवहार, महिलाओं के प्रति उनका व्यवहार, राज्य में बढ़ते क्राइम और क्राइम के मामलों को निपटाने सहित 13 बिंदुओं को लेकर सर्वे करवाया. इनमें से एक दो बिंदुओं को छोड़कर उत्तराखंड की पुलिस टॉप 5 में रही. सर्वे के अनुसार प्रदेश की पुलिस 22 राज्यों में कई बिंदुओं पर दूसरे और कई बिंदुओं पर तीसरे नंबर पर रही है.
इस बारे में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा कि अगर हम जनसंख्या के हिसाब से देखें तो अपराध के मामलों में उत्तराखंड नीचे से दूसरे नंबर पर है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुत कम आपराधिक घटनाएं होती हैं. 2019 की बात करें तो प्रदेश की पुलिस ने डकैती के 100 प्रतिशत, लूट के 88 प्रतिशत और चोरी की घटनाओं के 66 प्रतिशत मामलों को सुलझाए.
उन्होंने कहा कि राज्य में प्रॉपर्टी रिकवरी (Property Recovery) दर 66 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय औसत 30 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि अपराध के मामलों की समीक्षा में उत्तराखंड पुलिस का काम काफी अच्छा पाया गया. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कुछ बिंदुओं पर कमियां पाई गई हैं उन्हें दूर किया जाएगा.
डीजी अशोक कुमार ने आने वाले साल में राज्य की पुलिस के काम को पहले स्थान पर पहुंचाने का दावा किया. उत्तराखंड में पुलिस का व्यवहार दूसरे राज्यों के पुलिसकर्मियों से नरम है. इसका खुलासा सर्वे में आई रिपोर्ट से हुआ है, लेकिन अभी भी कुछ ऐसी खामियां हैं जिन्हें सुधारने की जरूरत है.
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FIRST PUBLISHED : September 15, 2019, 14:52 IST