जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले के बाद से जवानों की शहादत पर जहां पूरा देश श्रद्धांजलि दे रहा है और पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहा है, वहीं देहरादून में सोशल मीडिया पर कश्मीरी छात्रों द्वारा की गई टिप्पणी पर लिए गए एक्शन से स्थानीय जनता कश्मीरी छात्रों से खुद को और अपने परिवार को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. कश्मीर से आने वाले छात्रों को इलाके में न रखने की मांग कर रहे हैं.
देहरादून के अलग-अलग इंस्टीट्यूट में कश्मीर के करीब 1200 छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं, लेकिन हाल ही में आतंकी हमले को लेकर इन कश्मीरी छात्रों द्वारा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी से इलाके में दहशत का माहौल है.
ऐसे में स्थानीय लोग इन कश्मीरी छात्रों से खुद को और अपने बच्चों को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. इन छात्रों को इलाके में न रखने की बात कर रहे हैं. स्थानीय जनता का कहना है कि इन छात्रों से अब उनके बच्चों पर भी बुरा असर पड़ सकता है. जहां एक और जनता इन छात्रों के द्वारा किए गए कार्य से खौफ में है, तो वहीं इलाके में माहौल न बिगड़े जिससे पुलिस की चौकसी बरत रही है.
सिटी एसपी श्वेता चौबे ने कहा कि दून के सभी कॉलेजों और इंस्टीट्यू में पेट्रोलिंग टीम द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है.
गौरतलब है कि देवभूमि उत्तराखंड में इस तरह की घटना होने से जनता भले ही खौफ में हो, लेकिन कुछ छात्रों के कारण प्रेमनगर इलाके का पूरा माहौल ही बदल गया है. जनता इन छात्रों को अपने क्षेत्रों में न रखने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ इन छात्रों का भविष्य भी अधर में लटक गया है.
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FIRST PUBLISHED : February 19, 2019, 15:15 IST