रिपोर्ट: हिना आज़मी
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की अर्चना अपने हुनर से महिलाओं और बच्चों की जिंदगी में खुशियों के रंग भर रही हैं. दरअसल, अर्चना बचपन से ही पेंटिंग करती आ रही हैं और वह महिलाओं व बच्चों को भी पेंटिंग सिखाती हैं. सबसे अहम बात है कि अर्चना उत्तराखंड के कल्चर को अपनी पेंटिंग के जरिए लोगों तक पहुंचाती रही हैं.
अर्चना ने बताया कि उनका मायका कोटद्वार में है. वह जब छोटी थीं, तब से उनका कला में रुझान था और वह आसपास के वातावरण व काम करती महिलाओं की तस्वीरें बनाया करती थीं. इसके बाद उन्होंने इसे पेशे के तौर पर करना शुरू किया. बच्चों और महिलाओं को उन्होंने निःशुल्क पेंटिंग सिखाना शुरू की. बताया कि बच्चे छुट्टियों में उनसे कई तरह की आर्ट बनाना सीखते थे और गांव की महिलाओं ने भी कई तरह की वस्तुओं पर पेंटिंग बनाना उनसे सीखा. जब उनकी शादी देहरादून में हुई, तब यहां भी बच्चों-महिलाओं को पेंटिंग सिखाने लगीं. वह क्लास भी लेती हैं.
कला के जरिए दे रहीं संदेश
अर्चना का मानना है कि एक कलाकार रंगों के माध्यम से किसी भी संदेश को दिलों तक पहुंचा सकता है. वह अपने हाव-भाव को अपनी कला के जरिए ही दूसरों के सामने पेश करता है. उन्होंने कहा कि समाज के कई मुद्दों को लेकर हम अपनी कला के माध्यम से संदेश देने का काम करते हैं. अर्चना से आर्ट के गुर सीखने वाली स्थानीय निवासी अरुणा ने बताया कि अर्चना ने उन्हें बोटल पेंटिंग जैसी कला सिखाने के अलावा बहुत सहयोग किया है. वह उन महिलाओं के लिए आदर्श हैं, जो अपने हुनर को हमेशा जिंदा रखना चाहती हैं और हुनर को अपना व अन्य लोगों के रोजगार का साधन बनाना चाहती हैं.
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Tags: Dehradun news, Painting, Uttarakhand news
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