देहरादून. उत्तराखंड में मॉनसून की ज़बरदस्त आमद के चलते गुरुवार को रेड अलर्ट के बाद अब अगले पांच दिन राज्य के कुछ हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग का कहना है कि इस दौरान कुमाऊं में भारी बारिश हो सकती है. वैसे इस हफ्ते हो रही ज़ोरदार बारिश से कई इलाकों में कई तरह की समस्याएं खड़ी हो चुकी हैं. बद्रीनाथ हाईवे समेत दर्जनों रास्ते बंद हैं, तो बागेश्वर के कई गांव दो दिन से अंधेरे में डूबे हैं और अभी दो से तीन दिन और बिजली आने में लगने वाले हैं.
पिछले 24 घंटों की बात करें तो सबसे ज़्यादा 265.8 मिलीमीटर बारिश नैनीताल ज़िले में हुई. एक खबर में मौसम विभाग के हवाले से बताया गया कि पिथौरागढ़ में 248.9, रुद्रप्रयाग में 220, चंपावत में 211.9 मिमी बारिश के साथ ही पौड़ी, बागेश्वर, उधमसिंह नगर और अल्मोड़ा भी अच्छी बारिश हुई. जून के आखिरी दिन के इन आंकड़ों के मुताबिक चमोली में सबसे कम 104.7 मिमी बारिश दर्ज की गई. साथ ही, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल में न्यूनतम तापमान भी 20 डिग्री से नीचे गिर चुका है.
यहां ऑरेंज अलर्ट और यहां रास्ते बंद
मौसम विभाग ने पिथौरागढ़, बागेश्वर और नैनीताल ज़िलों में आज 1 से 5 जुलाई तक भारी बारिश होने के अनुमान जताए हैं. इसके साथ ही, यह हिदायत भी दी गई है कि चार धाम और पहाड़ों की तरफ यात्रा करने वाले लोग खास सतर्कता बरतें क्योंकि यहां भूस्खलन और भूधंसाव जैसी स्थितियां बन सकती हैं. बड़ी खबरें ये भी हैं कि खचड़ा नाला लामबगड़ के पास बद्रीनाथ नेशनल हाईवे रात से ही बंद होने से कई यात्री फंसे हुए हैं. बीआरओ मार्ग खुलवा रहा है. इसी तरह उत्तरकाशी में स्वारी गाड के पास गंगोत्री नेशनल हाईवे को खोलने में भी बीआरओ जुटा है.
बागेश्वर में बारिश की चौतरफा मार
मॉनसून के शुरुआती दौर से सबसे ज़्यादा प्रभावित ज़िला बागेश्वर ही दिख रहा है. बागेश्वर के कई गांवों में दो दिनों से बिजली गुल है और ऊर्जा निगम का कहना है कि सप्लाई दुरुस्त होने में अभी दो से तीन और लग सकते हैं. कपकोट के ग्रामीण इलाके ज़्यादातर प्रभावित हैं. इन्वर्टर तो शो पीस बन ही गए हैं, यहां ग्रामीण बागेश्वर इसलिए पहुंच रहे हैं ताकि अपने मोबाइल फोन चार्ज कर सकें. यह आलम तब है जब बारिश से पहले विधायक ने बिजली समेत तमाम विभागों को व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लेने के निर्देश दे दिए थे.
रुद्रप्रयाग में अव्यवस्थाओं से व्यापारी नाराज़
शुरुआती बरसात ने रुद्रप्रयाग ज़िले में भी व्यवस्थाओं की पोल खोल दी. ऊखीमठ बाज़ार में सड़कों में भरा बारिश का पानी कई दुकानों में घुस गया. सामान खराब होने से नाराज़ व्यापारियों का आरोप है कि अगर समय रहते नगर पंचायत नालियों की सफाई करवाती तो इतना नुकसान नहीं होता. व्यापारी अपनी दुकानो से पानी बाहर फेंकने में लगे हैं, नालियां भी साफ करते हुए दिख रहे हैं.
आपके शहर में आज कैसा है मौसम?
जोशीमठ में गुरुवार देर शाम से ही लगातार बारिश जारी है. चमोली ज़िले में तकरीबन ऐसे ही हल्की बारिश हो रही है. अल्मोड़ा ज़िले में सुबह से ही हल्का हल्का पानी गिर रहा है, तो पिथौरागढ़ में रात भर बरसने के बाद शुक्रवार सुबह से बादल शांत हैं. उत्तरकाशी ज़िले समेत अन्य कई जगह भी हल्की से मध्यम बरसात हो रही है.
(सुष्मिता थापा और शैलेंद्र सिंह रावत के इनपुट्स के साथ)
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