उत्तराखंड में कर्णप्रयाग के पास पहाड़ टूटकर सड़क पर गिरने का वीडियो देखें.
देहरादून. उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते हो रहे भूस्खलन से आफत का दौर जारी है और इस बीच मौसम विभाग ने 8 ज़िलों में आज 29 जुलाई को तेज़ बरसात होने अलर्ट जारी कर दिया है. इन जिलों में आज सुबह 9 बजे के बाद से ही बारिश शुरू होने के आसार बताए गए हैं. इस अलर्ट के बीच पहाड़ों से दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. कहीं पहाड़ टूटकर सड़क पर गिरने से लोग बचते हुए नज़र आए, तो कहीं मलबा गिरने से गौशाला के पशु मारे गए. इधर, राज्य भर में नेशनल हाईवे समेत 193 सड़कें और रास्ते ठप पड़े हैं, जिनमें से गंगोत्री हाईवे तो 30 घंटे से ज़्यादा समय से बाधित है, जिससे यात्री संकट में हैं.
पहले बारिश के अलर्ट की बात करें तो मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, अल्मोड़ा, उधमसिंह नगर, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ ज़िलों में तेज बारिश का दौर अगले कुछ ही घंटों में शुरू हो सकता है. मौसम विज्ञान केंद्र ने एडवाइज़री जारी करते हुए यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है. चमोली ज़िले में एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें अलर्ट पर हैं, हालांकि यहां गुरुवार से कहीं कहीं हल्की बारिश ही हुई है. लेकिन इससे पहले दो दिन की बारिश से 1 दर्जन से ज़्यादा मोटर मार्ग ठप हैं और बद्रीनाथ नेशनल हाईवे को कई घंटों बाद सुचारू किया जा सका है.
चमोली ज़िले में अगले दो दिनों के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इससे पहले गुरुवार को कर्णप्रयाग के पास कुमाऊं को जोड़ने वाली सड़क पर पहाड़ टूटने की दिल दहलाती तस्वीरें आईं. भारी बोल्डर गिरने से सड़क तो ठप हो ही गई, वीडियो बना रहे लोग भी भागते हुए दिखे. भारी बारिश के चलते जगह-जगह पहाड़ों के टूटने की खबरें बनी हुई हैं और सड़कें दरक रही हैं या यातायात लगातार बाधित है.
उत्तरकाशी ज़िले में गंगोत्री हाईवे पर पिछले 30 घंटो से लगातार भूस्खलन ज़ोन सक्रिय है. बन्दरकोट के पास करीब 100 मीटर के हिस्से में हाईवे पर बुधवार गुरुवार की दरमियानी रात से ही पहाड़ से पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है. कुछ लोग जान जोखिम में डाल कर सफर कर रहे हैं तो प्रशासन ने रूट को देवीधार-फोल्ड-उत्तरकाशी मार्ग से डायवर्ट किया है. जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बन्दरकोट में अवरुद्ध सड़क का निरीक्षण भी गुरुवार को किया. यहां करीब दो सौ मीटर तक पहाड़ी से रुक. रुक कर पत्थर गिरने से कुछ देर के लिए खुलने के बाद रास्ता शुक्रवार सुबह से फिर बंद है. रुहेल ने बीआरओ को निर्देशित किया कि यहां सावधानी के साइनेज बोर्ड लगाए जाएं.
गंगोत्री हाइवे के साथ ही उत्तरकाशी ज़िले में 14 ग्रामीण लिंक सड़कें भी बन्द हैं. चमोली, उत्तरकाशी समेत कई ज़िलों में ग्रामीण मार्ग बंद होने से दर्जनों गांव संपर्क से कट चुके हैं. टिहरी जि़ले के घनसाली विधानसभा के सीमांत गांव पिंसवाड़ का मुख्यालय से संपर्क कट गया है. 12 जुलाई देर रात हुई भारी बारिश से बूढ़ाकेदार-पिंसवाड़ रोड 6 जगहों पर टूट गई, जिससे बिजली, पानी सहित अन्य सुविधाओं को लेकर भी समस्या खड़ी हो गई है. राशन सहित अन्य चीजों के लिए ग्रामीणों को करीब 5 किमी पैदल चलना पड़ रहा है. यहां लगातार बारिश के चलते सड़क दुरुस्तीकरण के काम में भी दिक्कतें आ रही हैं.
(भारती सकलानी, नितिन सेमवाल, बलबीर परमार और सौरभ सिंह के इनपुट्स)
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Tags: Uttarakhand landslide, Uttarakhand Rains, Weather news
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