शहरों की तरह अब पहाड़ों में भी नशे का कारोबार लगातार फलफूल रहा है. नशे के इस जानलेवा चंगुल में ज्यादातर युवा वर्ग फंस रहा है. नैनीताल जिले से नशे के खात्मे के लिए पुलिस ने मुहिम छेड़ी हुई है. इसी का नतीजा है कि हल्द्वानी में पुलिस ने स्मैक की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी की है. ड्रग्स की खेप के साथ दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बरामद स्मैक की कीमत 51 लाख रुपये है. अब सवाल यह है कि आखिर 51 लाख रुपये की ड्रग्स हल्द्वानी शहर तक कैसे पहुंची.
पुलिस के अनुसार, रामपुर रोड स्थित बेलबाबा मंदिर के पास से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. तस्करों ने बताया कि वे स्मैक उत्तर प्रदेश के बरेली से लेकर आए थे. वे इसे स्थानीय ड्रग्स पेडलर्स के माध्यम से हल्द्वानी और पहाड़ों पर खपाने की फिराक में थे. स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले युवा खासतौर पर उनके निशाने पर रहते थे. पूछताछ में आरोपियों ने यह भी बताया कि स्मैक को पहाड़ी क्षेत्रों में बेचे जाने पर कीमत खरीद से दोगुनी व तीन गुनी हो जाती है, जिनसे काफी मुनाफा होता है.
कुमाऊं के डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि पूछताछ में दोनों आरोपियों ने स्मैक की खेप मीरगंज बरेली से खरीदकर लाने की बात स्वीकार की है. स्मैक तस्करी में लिप्त आरोपियों के बैंक खातों व संपत्ति की जांच कर गैंगस्टर एक्ट व एनडीपीएस एक्ट के तहत उनकी चल-अचल संपत्ति को जब्त करने की कार्यवाही की जा रही है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |