सीएम रावत बोले, नहीं रोकी गई चारधाम यात्रा

चारधाम यात्रा को रोके जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्पष्ट किया है कि चारधाम यात्रा को रोका नहीं गया है.
चारधाम यात्रा को रोके जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्पष्ट किया है कि चारधाम यात्रा को रोका नहीं गया है.
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: June 25, 2015, 11:53 PM IST
चारधाम यात्रा को रोके जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्पष्ट किया है कि चारधाम यात्रा को रोका नहीं गया है.
उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बरसात में यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए चारधाम यात्रियों को कुछ समय के लिए कुछ स्थानों पर ठहराया गया है. मौसम के अनुकूल होते ही यात्रियों को आगे जाने दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने अपने बयान में यह साफ किया है कि साल 2013 में हुई त्रासदी के बाद सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती. सीएम रावत ने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद सरकार ने ऐहतियात के लिए यात्रियों को रोका है, लेकिन यात्रा नहीं रोकी गई है. चारधाम यात्रा लगातार जारी है.
सीएम रावत ने कहा है कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जहां-जहां पर पर मार्ग रुका हुआ है, उन्हें अविलम्ब खोला जाए. सुरक्षित स्थानों पर ठहराए गए यात्रियों के रहने व खाने की पूरी व्यवस्था की गई है.हरीश रावत का कहना है कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्रीधाम, यमुनोत्रीधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर कई जगह मलबे से मार्ग बाधित है. ऐसे में यात्रियों को आगे जाने देने से उन्हें असुविधा ही होती और इसमें जोखिम भी था इसीलिए सरकार ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के मद्देनजर यात्रा को नियंत्रित किया है.
उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बरसात में यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए चारधाम यात्रियों को कुछ समय के लिए कुछ स्थानों पर ठहराया गया है. मौसम के अनुकूल होते ही यात्रियों को आगे जाने दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने अपने बयान में यह साफ किया है कि साल 2013 में हुई त्रासदी के बाद सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती. सीएम रावत ने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद सरकार ने ऐहतियात के लिए यात्रियों को रोका है, लेकिन यात्रा नहीं रोकी गई है. चारधाम यात्रा लगातार जारी है.
सीएम रावत ने कहा है कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जहां-जहां पर पर मार्ग रुका हुआ है, उन्हें अविलम्ब खोला जाए. सुरक्षित स्थानों पर ठहराए गए यात्रियों के रहने व खाने की पूरी व्यवस्था की गई है.हरीश रावत का कहना है कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्रीधाम, यमुनोत्रीधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर कई जगह मलबे से मार्ग बाधित है. ऐसे में यात्रियों को आगे जाने देने से उन्हें असुविधा ही होती और इसमें जोखिम भी था इसीलिए सरकार ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के मद्देनजर यात्रा को नियंत्रित किया है.