रिपोर्ट: सीमा नाथ
नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित हनुमान गढ़ी आस्था का प्रमुख केंद्र है. शांत वातावरण और हरियाली के बीच बसा यह मंदिर बेहद खूबसूरत है. यहां आकर आध्यामिक शांति मिलती है. इसकी स्थापना नीम करौली बाबा ने की थी. समुद्र तल से करीब 1951 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बजरंगबली के इस पावन मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होती है.
लेकिन, क्या आपको पता है नीम करौली महाराज के हनुमान गढ़ी आने से पहले हैड़ाखान बाबा इस जगह पर आए थे और उन्होंने बाबा के हनुमान गढ़ी आने से पहले ही उनके इस स्थान पर आकर तपस्या करने की भविष्यवाणी कर दी थी. जिसके बाद हैड़ाखान बाबा की भविष्यवाणी के अनुसार इस जगह पर बाबा नीम करौली महाराज का आगमन हुआ था. बाबा के भक्त उन्हें हनुमानजी का अवतार मानते हैं.
सच हुई भविष्यवाणी
हनुमान गढ़ी मंदिर के प्रबंधक एमपी सिंह बताते हैं कि हनुमानजी के मंदिर के पास अंजना माई का मंदिर है, जहां पर नीम करौली महाराज से पहले हैड़ाखान बाबा आए थे और उन्होंने उस समय अपने अनुयायियों से यह कहा था कि आने वाले समय में इस पवित्र स्थान पर एक अंजनी का लाल आएगा, जो इस जगह को जागृत करेगा और इसी क्रम में 1950 में बाबा नीम करौली महाराज जी का हनुमान गढ़ी में आगमन हुआ था. यहां उन्होंने तपस्या कर इस जगह को जागृत किया, जो आज हनुमान गढ़ी या हनुमान गढ़ के नाम से जानी जाती है.
बाबा ने बनवाई थी कुटिया
एमपी सिंह ने आगे बताया कि नीम करौली महाराज 1950 में हनुमान गढ़ी आए थे. जिसके बाद बाबा ने अपने अनुयायियों के साथ मिलकर तपस्या की और यहां एक कुटिया का निर्माण किया. वहीं, कुटिया के पास महाराज जी ने छोटे हनुमानजी की मूर्ति की स्थापना की और जिसके बाद 1953 में नीम करौली बाबा ने मंदिर में बड़े हनुमानजी की मूर्ति स्थापित की और पहला भंडारा करवाया.
यहां से भूमियाधार चले गए बाबा
एमपी सिंह ने बताया कि हनुमान मंदिर की स्थापना के बाद महाराज जी ने 1955 में राम मंदिर का निर्माण करवाया था. इसके बाद 1956 से 1957 के बीच भगवान शिव का मंदिर बनाया और यहां 10 वर्षों तक रहने के बाद महाराज जी भूमियाधार चले गए, जहां 1962 तक उन्होंने ध्यान किया. इसके बाद वह भवाली के पास स्थित कैंची पहुंचे और वहां उन्होंने कैंची धाम की स्थापना की, जहां आज देश दुनिया से हजारों की संख्या में भक्त महाराज जी के दर्शन करने और आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं.
(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य मान्यताओं के आधार पर हैं. NEWS18 LOCAL किसी भी तथ्य की पुष्टि नरता है.)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Nainital news, Uttarakhand news, Uttarakhand Tourism