के प्रयास के मामले में लोगों का आक्रोश दिख रहा है. सुबह से ही लोग स्कूल के बाहर जमा होकर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. घटना को लेकर नामी स्कूल को शुक्रवार को बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने नोटिस भेजकर जवाब भी मांगा है.
बाल आयोग की टीम शुक्रवार को स्कूल भी पहुंची. आयोग ने बच्ची से छेड़खानी की घटना को शर्मनाक बताया और यह भी कहा कि माता-पिता द्वारा घटना को छिपाना गलत था. उधर बच्ची के मां-बाप ने पहली बार इस घटना पर बात की.
पीड़ित बच्ची के घर पर उनके माता-पिता को सांत्वना और हिम्मत देने वाले परिचितों का तांता लगा हुआ था. इसके बाद उन्होंने पहली बार किसी से इस मामले को लेकर जो कहा, उससे स्कूल प्रबंधन की भूमिका पर बड़े सवाल खड़े होते हैं.
पीड़ित बच्ची के पिता ने बताया कि उन्हें स्कूल प्रबंधन ने लोकलाज का भय दिखाया था और धमकाया था कि इस बारे में कुछ कहा तो बच्ची का भविष्य बर्बाद कर देंगे. कहीं भी उसका एडमिशन नहीं होने देंगे.
पीड़ित बच्ची की मां ने रोते हुए बताया कि कई दिनों से ड्राइवर-कंडक्टर उनकी बच्ची के साथ गंदी हरकतें किया करते थे. इसके चलते बच्ची ने स्कूल जाने तक से इनकार कर दिया था. लेकिन लोकलाज के भय और स्कूल प्रबंधन के दबाव ने उनका मुंह सिल दिया था.
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FIRST PUBLISHED : September 21, 2018, 19:39 IST