नैनीताल के इस मंदिर में देवी के दर्शन मात्र से भर जाती है सूनी गोद, मन्नत पूरी होने पर चढ़ाते हैं चंवर
Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:
Pashan Devi Temple Nainital: नैनीताल जिले के पदमपुरी में पहाड़ की चोटी पर पाषाण देवी का एक प्राचीन मंदिर है. मान्यता है कि इस मंदिर में देवी के दर्शन मात्र से महिलाओं की सूनी गोद भर जाती है.
(रिपोर्ट- हिमांशु जोशी)
नैनीताल. देवभूमि उत्तराखंड में ऐसे कई मंदिर हैं, जहां संतान की मनोकामना पूरी होती है. आज हम आपको नैनीताल जिले के पदमपुरी में स्थित ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं. पहाड़ की चोटी पर पाषाण देवी का एक प्राचीन मंदिर (Pashan Devi Temple in Nainital) स्थित है. यह मंदिर एक गुफा के अंदर बना हुआ है. लगभग 1800 से 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर की काफी मान्यताएं हैं. माना जाता है कि इस मंदिर में देवी के दर्शन मात्र से संतान सुख की प्राप्ति हो जाती है.
स्थानीय निवासी नीरज गुणवंत ने बताया कि यह मंदिर काफी साल पुराना है. वर्षों पहले जब एक महिला अपने बच्चे को लेकर पहाड़ से भाभर की ओर जा रही थी, तब अचानक उसका बच्चा उस मंदिर के स्थान से खाई में जा गिरा. रात में पाषाण देवी जब उस महिला के सपने में आईं, तो उन्होंने बताया कि उसका बच्चा नीचे चाफी के गांव में सुरक्षित है और अगले दिन उस महिला को उसका बच्चा मिल गया. तब से ही इस मंदिर की महत्वता और भी ज्यादा बढ़ गई.
मां के दर्शन करने से मिलती है संतान
इसके अलावा नीरज ने कहा कि यहां दर्शन करने के बाद जब भी किसी दंपति की संतान होती है, तो वह यहां दोबारा आकर माता को चंवर चढ़ाते हैं. चंवर एक टोकरी की तरह होता हैं, जिसमें बच्चे को रखा जाता है. इस मंदिर में समय-समय पर रामायण और भागवत का आयोजन किया जाता है. नवरात्रों में यहां विशेष पूजा-अर्चना और भंडारा आयोजित होता है. मंदिर में सुबह-शाम आरती होती है.
इसके अलावा नीरज ने कहा कि यहां दर्शन करने के बाद जब भी किसी दंपति की संतान होती है, तो वह यहां दोबारा आकर माता को चंवर चढ़ाते हैं. चंवर एक टोकरी की तरह होता हैं, जिसमें बच्चे को रखा जाता है. इस मंदिर में समय-समय पर रामायण और भागवत का आयोजन किया जाता है. नवरात्रों में यहां विशेष पूजा-अर्चना और भंडारा आयोजित होता है. मंदिर में सुबह-शाम आरती होती है.
और पढ़ें