सीमा नाथ
नैनीताल. उत्तराखंड के नैनीताल में रोजाना हजारों पर्यटक घूमने-फिरने के लिए आते हैं. लेकिन, अब अगर आपको अपने निजी वाहन से नैनीताल में प्रवेश करना है, तो आपको जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. क्योंकि आगामी एक अप्रैल से पर्यटकों का अपनी गाड़ियों के साथ नैनीताल में एंट्री करना महंगा होगा.
दरअसल, नैनीताल नगरपालिका ने बोर्ड बैठक में लेक ब्रिज चुंगी में प्रवेश के लिए दिये जाने वाले टैक्स में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है. जिसके बाद अब पर्यटकों को लेक ब्रिज चुंगी के लिए 50 रुपये के बजाय 100 रुपये देने होंगे. साथ ही, स्थानीय लोगों के लिए भी नगरपालिका ने टैक्स बढ़ा दिया है जिसके तहत स्थानीय वाहनों को सालाना पास बनवाने के लिए भी अब 500 के बजाए 800 रुपये देने होंगे. वहीं टैक्सी वाहनों को पास बनाने के लिए अब 1500 की जगह 2000 रुपये चुकाने होंगे.
नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल ने बताया कि पालिका के पास वर्तमान में दो दरें प्रचलित हैं, जिसमें सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक 50 रुपये प्रति वाहन शुल्क लिया जाता है. वहीं, दोपहर को 3 बजे से सुबह 9 बजे तक वाहनों से 100 रुपये प्रवेश शुल्क लिया जाता है, लेकिन बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद अब सामान दर लागू करने का निर्णय लिया गया है जिसे एक अप्रैल, 2023 से लागू कर दिया जाएगा. इसके बाद लेक ब्रिज चुंगी में 100 रुपये प्रति वाहन की दर से शुल्क लिया जाएगा, जिससे पालिका को लगभग 45 से 50 लाख रुपये तक का लाभ अर्जित होगा.
1938 में हुआ था लेक ब्रिज चुंगी लेने का निर्णय
बता दें कि, नैनीताल में वर्ष 1915 में वाहनों का आवागमन शुरू हुआ था. जिसके बाद उस माल रोड पर भी वाहन चलने लगे, जहां पहले बैलगाड़ियां और घोड़े चलते थे. माल रोड झील के किनारे स्थित है. इस वजह से इसकी कमजोरी को देखते हुए और इस सड़क पर वाहनों का दबाव कम करने के लिए 1938 में लेक ब्रिज चुंगी लिए जाने का निर्णय लिया गया था.
पहले नगरपालिका ही लेक ब्रिज चुंगी में टैक्स वसूला करती थी, लेकिन कर्मचारियों के अभाव में पालिका ने वर्ष 2005 में टेंडर प्रक्रिया शुरू की. इसका पहला टेंडर 67.50 लाख रुपये में हुआ था. जिसके बाद से अब तक पालिका टैक्स वसूलने के लिए हर साल टेंडर प्रक्रिया ही करवाती है.
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