चारधाम यात्रा में आई तेजी, सवा महीने में टूटा बीते साल का रिकॉर्ड

चारधाम यात्रा अपने पूरे शबाब पर है. यात्रा शुरू होने के दो महीने में बीते पिछले सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. जून 2013 की आपदा के बाद इस बार यात्रियों बिना डरे यात्रा को चरम पर पहुंचा दिया है.
चारधाम यात्रा अपने पूरे शबाब पर है. यात्रा शुरू होने के दो महीने में बीते पिछले सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. जून 2013 की आपदा के बाद इस बार यात्रियों बिना डरे यात्रा को चरम पर पहुंचा दिया है.
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: June 15, 2015, 9:06 AM IST
चारधाम यात्रा अपने पूरे शबाब पर है. यात्रा शुरू होने के दो महीने में बीते पिछले सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. जून 2013 की आपदा के बाद इस बार यात्रियों बिना डरे यात्रा को चरम पर पहुंचा दिया है.
आंकड़े बताते हैं कि 21 अप्रैल से 31 मई तक साढ़े तीन लाख यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए, जिस से मायूस पड़े व्यवसाय में तेजी आई है. सालभर चारधाम यात्रा के भरोसे अपने व्यापार को और घर को चलने वाले गढ़वाल के लोग इस साल आपदा से उबरने लगे हैं.
चारधाम यात्रा अब धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगी है. यात्री एक बार फिर पहाड़ों का रुख करने लगे हैं. यात्रियों में बढ़ते विश्वास ने अस्त-व्यस्त पड़े जीवन को पटरी पर लाना शुरू कर दिया है. देवभूमि के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में ठप पड़ गए व्यापार में अब रौनक लौटने लगी है.
आंकड़े बताते हैं कि 21 अप्रैल से 31 मई तक साढ़े तीन लाख यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए, जिस से मायूस पड़े व्यवसाय में तेजी आई है. सालभर चारधाम यात्रा के भरोसे अपने व्यापार को और घर को चलने वाले गढ़वाल के लोग इस साल आपदा से उबरने लगे हैं.
चारधाम यात्रा अब धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगी है. यात्री एक बार फिर पहाड़ों का रुख करने लगे हैं. यात्रियों में बढ़ते विश्वास ने अस्त-व्यस्त पड़े जीवन को पटरी पर लाना शुरू कर दिया है. देवभूमि के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में ठप पड़ गए व्यापार में अब रौनक लौटने लगी है.